मध्यप्रदेश में शराबबंदी के खिलाफ पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) की छिड़ी मुहिम पर ट्वीट वार छिड़ा हुआ है। उमा भारती पिछले तीन-चार दिन से लगातार ट्वीट के माध्यम से शराबबंदी को लेकर सरकार को घेर रहीं हैं। उन्होंने शराबबंदी को लेकर फिर से सोशल मीडिया पर कई ट्वीट किए। जिसमें उन्होंने अपनी पुरानी कुछ बातों के साथ लिखा कि “भाजपा के सांसद, विधायक या हमारे भाजपा संगठन के और अन्य राजनीतिक दलों के पदाधिकारी अपने स्तर पर ही नशे एवं शराब का विरोध करते रहे”। इस ट्वीट के कई मायने निकाले जा रहे हैं।
Uma Bharti शराबबंदी को लेकर अपनी ही पार्टी की सरकार से जताई नाराजगी
मध्यप्रदेश में शराबबंदी के मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री Uma Bharti की अपनी ही पार्टी की सरकार से नाराजगी लगातार बढ़ती जा रही है। उन्होंने फिर कहा है कि दो अक्टूबर गांधी जयंती के दिन शराबबंदी की मांग को लेकर प्रदेश भर से महिलाएं भोपाल में इकट्ठा होंगी। अब शिवराज सरकार की जिम्मेदारी है कि वो मध्यप्रदेश में शराबबंदी की घोषणा कर इस प्रदर्शन को धन्यवाद कार्यक्रम में बदल सकते हैं। उमा भारती ने आगे कहा कि शराबबंदी के लिए मध्य प्रदेश की शराब दुकानों और अहातों के सामने अकेले ही खड़े होने का उनका अभियान दो अक्टूबर तक जारी रहेगा।

बता दें कि उमा भारती रामराजा सरकार के दर्शन करने ओरछा पहुंची थीं। उन्होंने बाद में ट्वीट किया कि मैं जब कल रात को ओरछा पहुंची, तो मैं चौंक गई कि ओरछा के माथे पर लगा हुआ कलंक वो शराब की दुकान जो मेरे विरोध के बाद कुछ दिन के लिए बंद कर दी गई थी, वो फिर खुल गई। बंद कराई गई शराब दुकान फिर से खुलना ये मेरे लिए बड़े दुख और पीड़ा की बात है।
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