उत्तर प्रदेश की कैसरगंज लोकसभा सीट से सांसद बृजभूषण शरण सिंह अपने संसदीय क्षेत्र में मंगलवार को आवास प्रमाण पत्र बांट रहे थे। सांसद महोदय ने इस दरमियान महिलाओं के घूघट उठा-उठाकर प्रमाण पत्र बांटे। तो उनकी इस हरकत पर जब विवाद हुआ तो उन्होंने सफाई दी में महिला सशक्तीकरण का पक्षधर हूं और इस पर जोर देने के लिये मैने महिलाओं के चेहरे से घूंघट हटाकर प्रमाण पत्र प्रदान किए हैं।
प्रमाण पत्र लेने आईं ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं शर्मा रही थीं तो डीएम ने कहा, शर्माइए नहीं। इसी बीच बृजभूषण ने एक महिला को बुला कर कहा शर्माव न, आव प्रमाण पत्र लेव। इसके बाद उन्होंने महिला के सिर पर हाथ रखकर उसके पल्लू को पीछे कर उसका चेहरा कैमरे के सामने कर दिया और कहा फोटो खींचा जाई।
इस दौरान सांसद ने सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे बताते हुए कहा, ‘सरकार द्वारा नि:शुल्क योजना को पात्र व्यक्ति तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया गया है। सारी योजना गरीब जनता को समर्पित करते हुए मोदी और योगी ने बनाई है। अगर कोई व्यक्ति योजनाओ के लाभान्वित को फायदा दिलाने के नाम पर पैसे की मांग करता है तो उसके ऊपर कठोर कारवाई की जाएगी।
एक बार आवास योजना में नाम चयनित होने के बाद इसको हटाया नहीं जा सकता और न ही किसी का नाम जोड़ा जा सकता है। इस आवास में प्रधान का कोई लेनादेना नहीं है। इसमें देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का योगदान है। इसी दौरान आवास वितरण कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने 270 लोगों को आवास प्रमाण पत्र दिए।