MLC Surendra Chaudhary: उत्तर प्रदेश के भारतीय जनता पार्टी के एमएलसी सुरेंद्र चौधरी विवादों में घिर गए हैं। उनके ऊपर टैगोर टाउन में बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता मनोज अग्रवाल को ऑफिस में घुसकर पीटने का आरोप लगा है। शिकायत के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पीड़ित अधिशासी अभियंता मनोज अग्रवाल ने कहा कि बिजली विभाग के डायरेक्टर कॉमर्शियल प्रयागराज आए थे। मेंहदौरी क्षेत्र में ‘बिजली चोरी’ रोको अभियान चलाया जाना था। विजिलेंस टीम के अधिकारी भी साथ में थे।
छापे के दौरान अजमा खातून समेत कुल 24 लोगों की बिजली चोरी पकड़ी गई। अजमा खातून ने पहले बिजिलेंस टीम के अधिकारी के साथ एमएलसी की बात कराई। बाद में उन्होंने मुझसे भी फोन पर बात कराई। उन्होंने कहा कि एमएलसी ने आरोपियों को छोड़ने के लिए कहा,तो मैंने मना कर दिया।
MLC Surendra Chaudhary पर दफ्तर में घुस कर अभियंता को पीटने का आरोप
उन्होंने कहा कि शुक्रवार को अजमा खातून अपने पति के साथ दफ्तर आईं और पूछा कि क्या करना है। हमने एसेसमेंट कराया और 40 फीसद जमा करने को कहा। तभी एमएलसी सुरेंद्र चौधरी के साथ 10 से 12 लोग दफ्तर में घुस आए और मारपीट की। बता दें कि इस मारपीट की घटना में अभियंता के सिर में चोट आई है। अभियंता ने मारपीट की घटना के बाद पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है।

MLC Surendra Chaudhary ने पीड़ित को दिया धमकी
दूसरे तरफ सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि अभियंता मनोज सपा और बसपा की मानसिकता से काम कर रहे हैं। उपभोक्ता का अगर मीटर खराब है तो उसे बदल सकते हैं। उसका बिजली कनेक्शन नहीं काट सकते। हर बात का उपभोक्ताओं से पैसा लिया जा रहा है। ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों की चल और अचल संपत्तियों की जांच कराकर भ्रष्ट अधिकारियों का निलंबन होना चाहिए।
एमएलसी सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि मैं जनसुनवाई करता हूं। शुक्रवार को जनसुनवाई के दौरान बिजली चोरी का केस आया है। मैंने कहा बिजली जोड़ दो। मनोज नहीं सुने। योगी की सरकार है ऐसे अधिकारी निलंबित होंगे।
MLC ने अभियंता के आरोपों का किया खंडन
सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि उन्होंने 7 बात अभियंता मनोज को फोन किया पर उन्होंने फोन नहीं उठाया। अधिकारी का यह रवैया गैर जिम्मेदाराना है। एमएलसी का फोन न उठाना कितनी गलत बात है। उन्होंने कहा कि मनोज अग्रवाल अपने दफ्तर में नहीं थे। मैंने पूछा मनोज कौन है। दो बार पूछने पर बोले मैं हूं। मैंने पूछा फोन क्यों नहीं उठा रहे थे। बोले नंबर नहीं था और मेरे पास बहुत काम है। आप जैसे नेताओं का फोन मैं नहीं उठाता। मैंने मनोज के साथ कोई मारपीट नहीं की है।
पुलिस मामले की तलाश में जुटी
बता दें कि प्रयागराज के एसएसपी अजय कुमार ने मामले में कहा कि दोनों पक्षों की तरफ से तहरीर मिली है। अभी आरोपों और तथ्यों की जांच चल रही है। अधिशासी अभियंता दफ्तर का सीसीटीवी फुटेज निलवाया जा रहा है। जल्द ही रिपोर्ट दर्ज कर निष्पक्ष कार्रवाई की जाएगी।
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