दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में दिसंबर की शुरुआत के साथ ठंड का एहसास होना आम बात है, लेकिन इस बार मौसम बिल्कुल अलग नजर आ रहा है। जहां आमतौर पर इस समय शीतलहर और कोहरे की समस्या बढ़ जाती है, वहीं इस बार मौसम विभाग (IMD) की रिपोर्ट ने सबको चौंका दिया है। दिल्ली-NCR में ठंड की कमी, कोहरे की हलचल, और बारिश के अप्रत्याशित प्रभाव ने मौसम के पैटर्न को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या कहती है IMD की रिपोर्ट?
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें दिल्ली-NCR में इस समय मौसम की अनहोनी स्थिति को लेकर कुछ चौंकाने वाले आंकड़े दिए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, इस साल नवंबर के आखिरी सप्ताह से लेकर दिसंबर की शुरुआत तक दिल्ली-NCR में सामान्य से अधिक गर्मी रही है। अक्टूबर और नवंबर में दिल्ली में सामान्य से अधिक तापमान रिकॉर्ड किया गया, जिससे शीत लहर का असर कम हुआ।
IMD के अनुसार, दिल्ली में 2024 की सर्दियों में शीतलहर की संभावना बहुत कम है और कोहरे का असर भी पहले के मुकाबले हल्का रहेगा। इस समय तक कोहरे का सामान्य रूप से असर होना चाहिए था, लेकिन इस साल कोहरे की घनी चादर देखने को नहीं मिल रही है।
आखिरकार ठंड क्यों नहीं आ रही?
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार के मौसम में बदलाव का कारण वैश्विक स्तर पर हो रही जलवायु परिवर्तन की प्रक्रिया हो सकती है। पिछले कुछ सालों में मानसून और सर्दियों के पैटर्न में बदलाव देखा गया है, और इस बार भी इसका असर साफ तौर पर देखा जा रहा है।
एक प्रमुख कारण यह बताया जा रहा है कि लगातार उच्च तापमान और बारिश की घटनाएं मौसम के सामान्य पैटर्न को प्रभावित कर रही हैं। इस बार अक्टूबर से लेकर नवंबर तक अधिक बारिश और बादल बनते रहने से सूरज की किरणें पूरी तरह से धरती तक नहीं पहुंच पाई, जिससे ठंड के सामान्य स्तर पर असर पड़ा है।
कोहरे की कमी और बारिश का असर
दिल्ली में इस साल कोहरे का असर बेहद कम रहा है, जिससे यात्रा में भी कोई बड़ी रुकावट नहीं आई। हालांकि, मौसम में यह असामान्यता ने कुछ दिन पहले हुई हल्की बारिश का असर देखा। IMD के मुताबिक, आगामी दिनों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना भी बनी हुई है, लेकिन इसका ठंड पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा।