WTC 2025-27: श्रीलंका-बांग्लादेश टेस्ट से नई चैंपियनशिप की शुरुआत, ये दिग्गज खिलाड़ी खेलेगा अपना फेयरवेल मैच

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WTC 2025-27: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2025-27 का नया सीजन आज, 17 जून से शुरू हो गया है। इस बार क्रिकेट प्रेमियों को 131 रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेंगे, जिनमें टेस्ट खेलने वाले 9 बड़े देश चैंपियन बनने की दौड़ में उतरेंगे।

पिछले सीजन में दक्षिण अफ्रीका ने ऑस्ट्रेलिया को फाइनल में हराकर पहली बार डब्ल्यूटीसी ट्रॉफी अपने नाम की थी। अब इस ऐतिहासिक जीत के बाद नया सीजन और भी ज्यादा रोमांचक माना जा रहा है।

गॉल में श्रीलंका-बांग्लादेश टेस्ट से होगा WTC 2025-27 का आगाज़

इस चैंपियनशिप का पहला मुकाबला श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच गॉल में खेला जाएगा। बता दें कि ये टेस्ट मैच श्रीलंका के दिग्गज ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज के करियर का आखिरी टेस्ट मुकाबला होगा जिसके बाद वे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहेंगे।

मैथ्यूज का टेस्ट में सफर

श्रीलंका के अनुभवी ऑलराउंडर एंजेलो मैथ्यूज ने अपने टेस्ट करियर में 118 मैच खेले, जिसमें उन्होंने 8167 रन बनाए। उनका सर्वोच्च स्कोर नाबाद 200 रन रहा। 44.62 की औसत और 48.45 की स्ट्राइक रेट के साथ उन्होंने 16 शतक और 45 अर्धशतक जड़े। मैथ्यूज ने 210 पारियों में बल्लेबाजी की और 27 बार नाबाद लौटे। उनके बल्ले से 831 चौके और 89 छक्के निकले, साथ ही उन्होंने फील्डिंग में 77 कैच भी लपके। इसके साथ ही मैथ्यूज ने अपने टेस्ट करियर में अब तक 33 विकेट भी झटके हैं।

कौन कितने मैच खेलेगा?

डब्ल्यूटीसी 2025-27 में हर टीम को अलग-अलग संख्या में टेस्ट मुकाबले खेलने होंगे। सबसे ज्यादा मैच ऑस्ट्रेलिया की टीम खेलेगी, जबकि भारत को कुल 18 मैच खेलने हैं — जिनमें 9 घरेलू और 9 विदेशी होंगे। फिलहाल टीम इंडिया 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए इंग्लैंड दौरे पर है, जहां वे 20 जून से 25 जून के बीच अपना पहला टेस्ट खेलेगी। देखिए सभी टीमों का मुकाबला वितरण:

  • ऑस्ट्रेलिया – 22 मैच
  • इंग्लैंड – 21 मैच
  • भारत – 18 मैच
  • न्यूजीलैंड – 16 मैच
  • दक्षिण अफ्रीका – 14 मैच
  • वेस्टइंडीज – 14 मैच
  • पाकिस्तान – 13 मैच
  • बांग्लादेश – 12 मैच
  • श्रीलंका – 12 मैच

भारत और ऑस्ट्रेलिया पर होंगी निगाहें

टेस्ट क्रिकेट की दो बड़ी ताकतें भारत और ऑस्ट्रेलिया इस बार भी फाइनल तक पहुंचने की प्रबल दावेदार होंगी, लेकिन पिछले अनुभवों के आधार पर उन्हें इस बार ज्यादा कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। हर टीम की घरेलू और विदेशी परिस्थितियों में अग्निपरीक्षा होगी, जिससे इस सीजन की चुनौती और भी बड़ी हो जाती है।