SA Vs PAK 2nd Test Babar Azam Fifty: पाकिस्तान के पूर्व टेस्ट कप्तान और स्टार खिलाड़ी बाबर आज़म ने एक बार फिर अपनी शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया है। दक्षिण अफ्रीका और पाकिस्तान के बीच केपटाउन में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में बाबर ने एक अर्धशतकीय महत्वपूर्ण पारी खेली। इस पारी से न केवल उन्होंने अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया, बल्कि आलोचकों को भी करारा जवाब दिया। हालांकि की बाबर की इस पारी के बावजूद अभी भी पाकिस्तानी टीम साउथ अफ्रीका से काफी पीछे चल रही है।
दरअसल मुकाबले में टॉस जीतकर साउथ अफ्रीकी टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए, पहली इनिंग में 615 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। साउथ अफ्रीका के 3 खिलाड़ियों ने शतकीय पारियां खेलीं। वहीं, खबर लिखे जानें तक पाकिस्तान की टीम 54.2 ओवर खेलकर, 194/10 के स्कोर पर सिमट गई। पाकिस्तान की ओर से पहली इनिंग में केवल बाबर के बल्ले से ही अर्धशतक आया।
आलोचना के बाद शानदार वापसी
हाल के दिनों में बाबर आज़म टी20 में अपने खराब प्रदर्शन के कारण आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। पहले ऑस्ट्रेलिया और फिर साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज में उनका प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा था। वनडे सीरीज में भी बाबर अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर रहे थे। लेकिन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट और आखिरी कुछ वनडे में उन्होंने लय वापस पाई और चार अर्धशतक जड़कर अपनी क्षमता साबित की।
केपटाउन टेस्ट में बाबर की संयमित पारी
केपटाउन टेस्ट में बाबर आज़म ने पहली पारी में 127 गेंदों का सामना करते हुए 58 रन बनाए। इस पारी के दौरान उन्होंने सात चौके लगाए और अपनी तकनीकी कौशल का परिचय दिया। बाबर की इस पारी ने पाकिस्तान को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में मदद की।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बेहतरीन रिकॉर्ड
बाबर का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ रिकॉर्ड शानदार रहा है। उन्होंने अब तक इस टीम के खिलाफ (वनडे और टेस्ट) चार अर्धशतक लगाए हैं। वनडे सीरीज में भी बाबर ने बेहतरीन बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया था, जिससे पाकिस्तान ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मुकाबलों में मजबूती दिखाई। बता दें कि पाकिस्तान ने साउथ अफ्रीका को वनडे सीरीज में 3-0 से मात दी थी। जिसके बाद सेंचुरियन और केप टाउन टेस्ट में बाबर के बल्ले से लगातार 2 अर्धशतक आए।
बाबर का इंटरनेशनल करियर: एक नजर
बाबर आज़म का इंटरनेशनल करियर बेहद प्रभावशाली रहा है।
- टेस्ट क्रिकेट: बाबर ने 56 टेस्ट मैचों में 4051 रन बनाए हैं। इसमें 9 शतक और 27 अर्धशतक शामिल हैं।
- वनडे क्रिकेट: 123 मैचों में बाबर ने 5957 रन बनाए हैं। उन्होंने 19 शतक और 34 अर्धशतक लगाए हैं।
- टी20 क्रिकेट: 128 मैचों में 4223 रन के साथ बाबर का स्ट्राइक रेट और औसत दोनों ही सराहनीय रहे हैं।
हालिया प्रदर्शन और आलोचना
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में बाबर की खराब फॉर्म ने उनकी कप्तानी और बल्लेबाजी पर सवाल उठाए थे। टी20 मैचों में वे अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर सके और उनकी तकनीक पर सवाल खड़े किए गए। वनडे में भी वे बड़ी पारियां खेलने में असफल रहे। लेकिन दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट और वनडे सीरीज में उन्होंने शानदार वापसी की है।
केपटाउन की पारी का महत्व
बाबर की केपटाउन टेस्ट की पारी इसलिए भी खास है क्योंकि यह उनके धैर्य और आत्मविश्वास का परिचायक है। 127 गेंदों तक क्रीज पर टिके रहना और 58 रन बनाना उनकी तकनीक और मानसिक मजबूती को दर्शाता है। यह पारी उनकी टीम के लिए भी महत्वपूर्ण साबित हुई है।
बाबर का नेतृत्व और भविष्य
बाबर आज़म न केवल एक बेहतरीन बल्लेबाज हैं, बल्कि पाकिस्तान के कप्तान भी रहे हैं। उनकी कप्तानी में पाकिस्तान ने कई महत्वपूर्ण मुकाबले जीते हैं। लेकिन कप्तान की जगह वे अभी बतौर बल्लेबाज लय में नजर आ रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उनका प्रदर्शन यह दर्शाता है कि वे आलोचनाओं से सीखते हैं और मजबूती से वापसी करते हैं।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे में प्रदर्शन
वनडे सीरीज में भी बाबर ने अपनी बल्लेबाजी का जलवा दिखाया। उन्होंने महत्वपूर्ण पारियां खेलीं और टीम को जीत की राह दिखाई। पहले केप टाउन में 52 रनों की पारी और फिर जोहान्सबर्ग वनडे में 73 रनों के उनके प्रदर्शन ने यह साबित किया कि वे किसी भी परिस्थिति में अपनी टीम के लिए योगदान देने में सक्षम हैं।
फॉर्म में वापसी के संकेत
बाबर की केपटाउन टेस्ट की पारी उनके फॉर्म में वापसी का स्पष्ट संकेत है। उनके बल्ले से निकले रन यह दिखाते हैं कि वे आत्मविश्वास से भरे हुए हैं और आगामी मुकाबलों में भी बड़ा योगदान देने के लिए तैयार हैं।
बाबर आज़म का करियर उनके प्रतिभा और मेहनत का जीता-जागता उदाहरण है। आलोचनाओं के बाद उन्होंने जिस तरह से वापसी की है, वह युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणादायक है। उनकी केपटाउन की पारी न केवल पाकिस्तान टीम के लिए, बल्कि उनके व्यक्तिगत करियर के लिए भी बेहद अहम साबित होगी। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी मुकाबलों में वे अपनी इस फॉर्म को कैसे बरकरार रखते हैं।