भारतीय क्रिकेट टीम ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) 2024-25 खेली, जिसमें टीम का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। पांच मैचों की सीरीज में भारतीय टीम को 1-3 से हार का सामना करना पड़ा, जबकि 1 मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ। इस खराब प्रदर्शन को लेकर अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) एक सख्त कदम उठाने की तैयारी में है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक रिव्यू मीटिंग में खिलाड़ियों की सैलरी कटौती पर चर्चा हुई है।
खराब प्रदर्शन पर सैलरी में कटौती का विचार
खिलाड़ियों के खराब प्रदर्शन को देखते हुए BCCI अब उनकी सैलरी में कटौती करने की योजना बना रहा है। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस पर चर्चा के लिए एक समीक्षा बैठक में हुई, जिसमें हेड कोच गौतम गंभीर, चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर और भारतीय टेस्ट कप्तान रोहित शर्मा ने मौजूद रहे। बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के आधार पर जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
रिपोर्ट के अनुसार, अगर कोई खिलाड़ी टीम की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरता है, तो उसकी सैलरी में कटौती की जा सकती है। यह योजना ठीक उसी तरह है जैसे किसी सेल्समैन का टारगेट पूरा न होने पर उसकी इनसेंटिव में कटौती होती है।
BGT 2024-25 में टीम का प्रदर्शन
BGT 2024-25 में भारतीय टीम का प्रदर्शन उम्मीदों से बहुत नीचे रहा। टीम ने केवल एक मैच जीता, जबकि ऑस्ट्रेलिया ने तीन मुकाबले जीतकर सीरीज अपने नाम कर ली। कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ियों से बड़े प्रदर्शन की उम्मीद थी, लेकिन उनका प्रदर्शन औसत दर्जे का ही रहा।
रोहित शर्मा जहां नई गेंद के सामने संघर्ष करते नजर आए, वहीं विराट कोहली बड़े स्कोर बनाने में नाकाम रहे। खासकर बल्लेबाजी विभाग में भारत का प्रदर्शन कमजोर रहा, जिससे टीम को हार का सामना करना पड़ा।
रिव्यू मीटिंग में क्या हुआ?
BCCI की समीक्षा बैठक में टीम के प्रदर्शन का बारीकी से विश्लेषण किया गया। इस बैठक में खिलाड़ियों को उनके प्रदर्शन के लिए जवाबदेह ठहराने पर जोर दिया गया। रिपोर्ट के मुताबिक, बैठक में सैलरी कटौती का सुझाव दिया गया, ताकि खिलाड़ी अपनी जिम्मेदारी को और गंभीरता से लें।
हालांकि, यह केवल एक सुझाव था और इसे अभी लागू करना बाकी है। बैठक के दौरान इस बात पर भी चर्चा हुई कि खिलाड़ियों की फिटनेस और फॉर्म को सुधारने के लिए और क्या कदम उठाए जा सकते हैं।
कैसे लागू होगी यह योजना?
अगर यह सैलरी कटौती योजना लागू होती है, तो खिलाड़ियों की सैलरी उनके प्रदर्शन पर आधारित होगी। जो खिलाड़ी टीम के लिए रन बनाने, विकेट लेने या अहम योगदान देने में असफल रहेंगे, उनकी सैलरी में कटौती की जा सकती है।
यह प्रणाली न केवल सीनियर खिलाड़ियों पर लागू होगी, बल्कि युवा खिलाड़ियों के लिए भी समान रूप से प्रभावी होगी। इससे टीम के हर खिलाड़ी को बेहतर प्रदर्शन करने की प्रेरणा मिलेगी।
रोहित-विराट पर असर
रोहित जहां पारी की शुरुआत में संघर्ष करते दिखे, वहीं विराट कोहली बड़े मैचों में जिम्मेदारी उठाने में नाकाम रहे। अगर यह प्रणाली लागू होती है, तो रोहित और विराट जैसे खिलाड़ियों को भी अपनी सैलरी में कटौती का सामना करना पड़ सकता है। मौजूदा समय में दोनों को बीसीसीआई से सालाना करोड़ों रुपये बतौर सैलरी मिलती है।
खिलाड़ियों पर दबाव बढ़ेगा?
BCCI के इस कदम से खिलाड़ियों पर प्रदर्शन का दबाव और बढ़ सकता है। पहले से ही व्यस्त अंतरराष्ट्रीय शेड्यूल और मानसिक थकान का सामना कर रहे खिलाड़ियों को अतिरिक्त दबाव झेलना पड़ सकता है।
हालांकि, यह योजना उन खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का काम करेगी जो टीम के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
आधिकारिक घोषणा का इंतजार
फिलहाल, सैलरी कटौती योजना को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। यह देखना दिलचस्प होगा कि BCCI इस योजना को कब और कैसे लागू करता है।
BGT 2024-25 में भारतीय टीम के खराब प्रदर्शन ने BCCI को सख्त कदम उठाने पर मजबूर कर दिया है। खिलाड़ियों की सैलरी में कटौती का विचार एक क्रांतिकारी कदम हो सकता है, जो उन्हें अधिक जिम्मेदारी के साथ खेलने के लिए प्रेरित करेगा। हालांकि, इस योजना का खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य और प्रदर्शन पर क्या असर पड़ेगा, यह भविष्य में ही पता चलेगा। फिलहाल, भारतीय क्रिकेट को इस चुनौतीपूर्ण दौर से उबरने के लिए ठोस रणनीति की जरूरत है।