पहलगाम आतंकी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच जारी तनाव के बीच पाकिस्तान की एक नई कायराना हरकत सामने आई है। ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर पाकिस्तान की ओर से भारत के तीन प्रमुख स्टेडियमों— इंदौर का होलकर स्टेडियम, दिल्ली का अरुण जेटली स्टेडियम, और अहमदाबाद का नरेंद्र मोदी स्टेडियम—को बम से उड़ाने की धमकी दी गई है। ये धमकियां मेल के जरिए भेजी गई हैं, जिससे सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और संबंधित स्टेडियमों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
इंदौर: एमपीसीए को धमकी भरा मेल
मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (MPCA) को एक ईमेल मिला जिसमें होलकर स्टेडियम को बम से उड़ाने की बात लिखी गई थी। ईमेल में चेतावनी दी गई—”पाकिस्तान से पंगा मत लो।” एमपीसीए सचिव ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद बम स्क्वाड ने स्टेडियम की गहन जांच की। हालांकि, कुछ भी संदिग्ध बरामद नहीं हुआ। पुलिस ने FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दिल्ली: विराट कोहली के घरेलू मैदान को निशाना
इससे पहले, 9 मई की सुबह, डीडीसीए के आधिकारिक ईमेल पर अरुण जेटली स्टेडियम को उड़ाने की धमकी मिली। मेल में कहा गया—”हमारे पास भारत में स्लीपर सेल हैं, जिन्हें ऑपरेशन सिंदूर के लिए सक्रिय करेंगे।” इस मेल के बाद स्टेडियम की सुरक्षा तुरंत बढ़ा दी गई और दिल्ली पुलिस जांच में जुट गई है। बता दें कि यह वही मैदान है जहां से विराट कोहली ने अपने करियर की शुरुआत की थी।
अहमदाबाद: दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम को धमकी
कुछ दिन पहले गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन को भी एक मेल मिला था, जिसमें नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम को उड़ाने की धमकी दी गई थी। मेल में साफ तौर पर लिखा गया—“हम तुम्हारे इस स्टेडियम को बम से उड़ा देंगे।” घटना के बाद वहां भी सुरक्षा सख्त कर दी गई थी और पुलिस की टीम ने पूरे परिसर की जांच की थी। हालांकि जांच में कुछ नहीं मिला था।
कौन दे है ये धमकियां?
पुलिस की प्रारंभिक जांच के अनुसार ये मेल पाकिस्तान से प्रेरित हैं और इनमें स्लीपर सेल की चेतावनी, ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख और सीधा धमकी भरा संदेश है। इन मेल्स को साइबर सेल टेक्निकल ट्रैकिंग के जरिए जांच रही है। सूत्रों के अनुसार इन धमकियों के पीछे आईएसआई और पाकिस्तान समर्थित आतंकी नेटवर्क का हाथ हो सकता है।
सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर
तीनों ही स्टेडियमों में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं और खिलाड़ियों, स्टाफ और दर्शकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने स्पष्ट कर दिया है कि भारत किसी भी आतंकी या साइबर हमले की कोशिश को बर्दाश्त नहीं करेगा।