Jurel vs Jagadeesan first class cricket career analysis: भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ अब निर्णायक मोड़ पर है, और टीम इंडिया को ओवल टेस्ट से पहले बड़ा झटका लगा है। स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज़ ऋषभ पंत चोट के चलते प्लेइंग इलेवन से बाहर हो गए हैं। ऐसे में अब सवाल यह है कि उनकी जगह टीम में किस खिलाड़ी को मौका मिलेगा — ध्रुव जुरेल या एन जगदीशन?
फर्स्ट क्लास क्रिकेट में आंकड़ों की तुलना
खिलाड़ी | मैच | पारियां | नॉटआउट | रन | उच्चतम स्कोर | औसत | स्ट्राइक रेट | शतक | अर्धशतक | कैच | स्टंप |
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एन जगदीशन | 52 | 79 | 8 | 3373 | 321 | 47.50 | 62.40 | 10 | 14 | 133 | 14 |
ध्रुव जुरेल | 24 | 34 | 4 | 1462 | 249 | 48.73 | 57.74 | 1 | 12 | 64 | 06 |
ध्यान दिया जाए तो दोनों खिलाड़ियों ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में दमदार प्रदर्शन किया है। तमिलनाडु के विकेटकीपर एन जगदीशन के आंकड़े यह दिखाते हैं कि उन्होंने अब तक 52 मैचों में 3373 रन बनाए हैं, जिसमें 10 शतक और 14 अर्धशतक शामिल हैं। उनका औसत 47.50 का है, जो उन्हें एक भरोसेमंद बल्लेबाज़ साबित करता है। वहीं विकेटकीपिंग में 133 कैच और 14 स्टंपिंग से पता चलता है कि वह एक भरोसेमंद कीपर हैं।
वहीं ध्रुव जुरेल ने अब तक 24 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 1462 रन बनाए हैं, एक दोहरा शतक भी शामिल है और 12 अर्धशतक। उनका औसत 48.73 का है, जो उन्हें एक टिकाऊ खिलाड़ी की श्रेणी में लाता है।
इसके अलावा जुरेल ने विकेटकीपिंग में 64 कैच और 06 स्टंपिंग भी की हैं।
टेस्ट क्रिकेट में जुरेल को मिली है शुरुआती जिम्मेदारी
ध्रुव जुरेल को भले ही सीमित अनुभव हो, लेकिन उन्होंने टेस्ट स्तर पर भारत के लिए 4 मैच खेले हैं और 202 रन बनाए हैं। उनका औसत 40.40 का है और उन्होंने एक अर्धशतक भी जमाया है। इसके साथ ही बताते चलें कि बीते वर्ष इंग्लैंड टीम के भारतीय दौरे पर ध्रुव जुरेल से अच्छी बल्लेबाजी की थी. इंग्लिश टी के खिलाफ खेले गए 3 टेस्ट मुकाबलों में उन्होंने 190 रन बनाए थे, जिसमें से 90 रनों की अर्धशतकीय पारी भी शामिल थी। इंग्लैंड के खिलाफ चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में यह प्रदर्शन टीम मैनेजमेंट के लिए भरोसे का संकेत हो सकता है।
क्या केएल राहुल हैं तीसरा विकल्प?
इस बीच, विकेटकीपिंग की भूमिका के लिए एक और नाम केएल राहुल का भी है, जो पहले भी इस जिम्मेदारी को निभा चुके हैं। लेकिन फिलहाल वे टॉप ऑर्डर में लय में हैं, और संभव है कि टीम मैनेजमेंट उनकी भूमिका में बदलाव न करना चाहे।
क्या कहते हैं चयन के संकेत?
जगदीशन फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अनुभव और स्थिरता लाते हैं, जबकि जुरेल के पास इंटरनेशनल एक्सपोजर और हालिया प्रदर्शन का आत्मविश्वास है। लेकिन जब आप इंग्लैंड के दबाव भरे टेस्ट में उतर रहे हों और मैच जीतना ज़रूरी हो, तो टीम को उस खिलाड़ी की ज़रूरत होती है जो परिस्थिति से न घबराए — और ध्रुव जुरेल ने वह क्षमता शुरुआती टेस्ट मैचों में दिखाई है। ऐसे में टीम मैनेजमेंट का झुकाव जुरेल की ओर होने की अधिक संभावना है।