Magh Amavasya 2024: हिन्दू धर्म में हर एक अमावस्या का अपने आप में महत्व होता है। माघ का महीना चल रहा है और माघ माह के कृष्ण पक्ष की 15वीं तिथि यानी अमावस्या को माघ अमावस्या के नाम से जानते हैं। इस दिन स्नान-दान करने से मनवांछित फल मिलता है। हर एक माह में अमावस्या की तिथि होती है। माघ माह की शुरुआत हो चुकी है और इस माह की अमावस्या को मौनी अमावस्या या माघ अमावस्या कहा जाता है। सभी 12 अमावस्याओं में माघ अमावस्या या मौनी अमावस्या का बड़ा महत्व है और शास्त्रों की मानें तो इस अमावस्या पर गंगा स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। जानते हैं इस साल मौनी अमावस्या कब है और क्या है स्नान दान का शुभ मुहूर्त…
हिन्दू पंचांग के अनुसार 9 फरवरी को सुबह 8:02 पर माघ अमावस्या की तिथि की शुरुआत हो रही है और अगले दिन 10 फरवरी को सुबह 4:28 पर समाप्त हो रही है।
इसलिए माघ अमावस्या 9 फरवरी को मनाई जाएगी। माघ अमावस्या का अभिजीत मुहूर्त 9 फरवरी को दोपहर 12:13 से 12:58 तक है और वहीं स्नान का शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 21 मिनट से लेकर पूरे दिन तक रहेगा।
मौनी अमावस्या या माघ अमावस्या पर तिल, तिल के लड्डू, तिल का तेल, कपड़े और आंवला का दान करना बहुत शुभ माना जाता है। आप अपनी क्षमता के अनुसार भी दान कर सकते हैं।
माघ अमावस्या का महत्व
इस दिन प्रयागराज के संगम में स्नान करने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। शास्त्रों के मुताबिक, इस दिन देवता और पितर प्रयागराज आकर अदृश्य रूप से संगम में स्नान करते हैं। अमावस्या पर दान करने से पुण्य मिलता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माघ मास में कम से कम एक बार पवित्र नदी या प्रयागराज के संगम में स्नान जरूर करना चाहिए।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। APN NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
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