Govardhan Puja 2022: कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी 24 अक्टूबर दिन सोमवार को शाम 5:03 के बाद अमावस्या तिथि के संयोग में दीपावली मनाई जाएगी। शाम को लक्ष्मी पूजन होगा। अगले दिन अमावस्या 25 अक्टूबर को खंडग्रास सूर्यग्रहण लगेगा।ऐसे में दीपावली के अगले दिन मंगलवार को गोवर्धन पूजा नहीं होगी। इस दिन प्रभु को अन्नकूट का भोग भी नहीं लग पाएगा।
25 अक्टूबर शाम 4:42 बजे से सूर्य ग्रहण लगेगा। यह ग्रहण शाम 5:22 बजे मोक्ष होगा। ग्रहण की अवधि लगभग 40 मिनट की होगी।पांच दिवसीय पंच महापर्व इस बार पांच दिनों के बजाय 6 दिनों का होगा। यही वजह है कि गोवर्धन पूजन और अन्नकूट की पूजा 25 की बजाय 26 अक्टूबर को होगी।धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गोवर्धन पूजा के दिन भगवान कृष्ण ने इंद्र देव के प्रकोप से ब्रज वासियों की रक्षा की थी। तभी से हर वर्ष गोवर्धन पूजा की परंपरा चली आ रही है।
Govardhan Puja 2022: यहां जानिए गोवर्धन पूजा 2022 का शुभ मुहूर्त और समय
- गोवर्धन पूजा तिथि: दिन बुधवार, 26 अक्टूबर 2022
- गोवर्धन पूजा मुहूर्त: 26 अक्टूबर 2022, सुबह 6 बजे से सुबह 08.43 तक
- गोवर्धन पूजा अवधि: 02 घंटे 14 मिनट
प्रतिपदा तिथि आरंभ: 25 अक्टूबर 2022, दोपहर
प्रतिपदा तिथि समाप्त: 26 अक्टूबर 2022, दोपहर
Govardhan Puja 2022: कैसे होती है पूजा ?
Govardhan Puja 2022: इस दिन गोबर से गोवर्धन की आकृति बनाकर उसके समीप विराजमान कृष्ण के सम्मुख गाय, ग्वाल-बालों की रोली, फूल, जल, मौली, दही आदि रखा जाता है। तेल का दीपक जलाकर पूजा एवं परिक्रमा की जाती है। ग्रामीण क्षेत्रों में इस दिन अन्नकूट महोत्सव मनाया जाता है। क्योंकि इस दिन नए अनाज की शुरुआत भगवान को भोग लगाकर की जाती है। इस दिन गाय-बैल आदि को स्नान करवाकर धूप-चंदन, फूलमाला पहनाकर उनका पूजन किया जाता है। गोमाता को मिठाई खिलाकर आरती की जाती है। प्रदक्षिणा भी की जाती है।
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