Akshaya Tritiya 2025: अक्षय तृतीया के दिन करें ये काम, जीवन में खुलेगा सुख और वैभव का द्वार

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Akshaya Tritiya 2025: अक्षय तृतीया हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख शुक्ल तृतीया को मनाया जाने वाला वह पवित्र दिन है, जिसे अबूझ मुहूर्त कहा जाता है — यानी बिना कोई मुहूर्त देखे, कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है। धार्मिक मान्यता है कि इस दिन किया गया कोई भी पुण्य कार्य, दान या पूजा अक्षय फल देता है, यानी उसका पुण्य कभी समाप्त नहीं होता।

इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि अक्षय तृतीया के दिन कौन से कार्य करने से आपके जीवन में धन, सुख, समृद्धि और सौभाग्य की स्थायी वृद्धि हो सकती है।

1. सोना, चांदी या कोई स्थायी वस्तु खरीदें

अक्षय तृतीया के दिन सोना या चांदी खरीदना बेहद शुभ माना जाता है। इसे लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है। अगर सोना संभव न हो तो पीतल या चांदी का सिक्का या बर्तन भी खरीदा जा सकता है।

2. दान-पुण्य से बढ़ेगा सौभाग्य

इस दिन अन्न, वस्त्र, जलपात्र, फल, छाता, गुड़, शक्कर, सत्तू, तिल, चावल और धन का दान करने से कभी न खत्म होने वाला पुण्य प्राप्त होता है। इसे जीवन में आने वाले संकटों को टालने वाला दिन भी माना गया है।

3. विष्णु-लक्ष्मी पूजन करें

भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से घर में स्थायी लक्ष्मी का वास होता है। विष्णुसहस्रनाम का पाठ करना अत्यंत फलदायी माना गया है। लक्ष्मी माता को कमल, खीर, पीले वस्त्र अर्पण करें।

4. पवित्र पौधों का रोपण

इस दिन तुलसी, पीपल, आंवला आदि का पौधा लगाना शुभ होता है। यह पर्यावरण के साथ-साथ आपके जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाता है।

5. गौ सेवा और ब्राह्मण सेवा

गाय को हरा चारा और गुड़ खिलाना तथा ब्राह्मण को भोजन और दक्षिणा देना अक्षय फल देता है। इसे जीवन में दरिद्रता और संकटों से मुक्ति का उपाय माना गया है।

6. घर की सफाई और पवित्रता

इस दिन घर के ईशान कोण को स्वच्छ करें, वहां दीपक जलाएं। यह स्थान धन और ऊर्जा का केंद्र माना जाता है।

7. सात्विक भोजन करें और ब्रह्मचर्य का पालन करें

इस दिन व्रत रखना, सात्विक भोजन करना और इंद्रियों पर संयम रखना आत्मशुद्धि और पुण्य की वृद्धि करता है। मानसिक और आत्मिक बल बढ़ता है, जो दीर्घकालिक सुख और समृद्धि का आधार बनता है।

अक्षय तृतीया का दिन केवल शुभ खरीदारी तक सीमित नहीं, बल्कि यह धर्म, दान, तप और भक्ति से जुड़ा वह दिन है जो आपके जीवन की दिशा बदल सकता है। जो व्यक्ति इस दिन श्रद्धा और निष्ठा से कार्य करता है, उसके जीवन में न केवल धन, बल्कि ध्यान, दर्शन और आत्मिक संतुलन भी स्थायी रूप से आता है।