अक्षय तृतीया हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से है। अक्षय तृतीया की तिथि बहुत ही महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन को लोग आखातीज के नाम से भी जानते हैं। शुभ कार्यों के लिए ये दिन बहुत ही शुभ माना जाता है। अक्षय तृतीया के दिन सोना-चांदी खरीदना काफी शुभ होता है। वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया मनाई जाती है। अक्षय तृतीया के दिन माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु की उपासना करने से जीवन में तरक्की मिलती है और साथ ही अगर इस दिन आप दान-पुण्य भी करते है तो ये भी काफी फलदायक माना जाता है। इस वर्ष अक्षय तृतीया का पावन त्योहार आज (10 मई) है।
तिथि और पूजा शुभ मुहूर्त 2024
अक्षय तृतीया की पूजा सुबह 4 बजकर 17 मिनट पर होगी और समापन 11 मई 2024 को सुबह 02 बजकर 50 मिनट पर होगा। मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 5 बजकर 48 मिनट से शुरू हो कर दोपहर 12 बजकर 23 मिनट तक रहेगा।
अबूझ मुहूर्त है अक्षय तृतीया
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार अक्षय तृतीया को अबूझ मुहूर्त माना जाता है। इस मुहूर्त पर बिना विचार किए सभी प्रकार के शुभ कार्य किए जा सकते है जैसे विवाह, गृह प्रवेश, सोने-चांदी के आभूषण, वाहन आदि। धार्मिक मान्यता यह भी है कि इस अबूझ मुहूर्त की तिथि पर व्यापार करना , गृह प्रवेश करना , वैवाहिक कार्य करना काफी शुभ रहता है। आपको बता दें इस साल अक्षय तृतीया पर शादी विवाह नहीं किए जा सकते हैं क्योंकि देव गुरु बृहस्पति और शुक्र ग्रह अस्त रहेंगे।
अक्षय तृतीया व्रत पूजा विधि
अक्षय तृतीया पर सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
इस दिन विष्णुजी और मां लक्ष्मी की प्रतिमा पर अक्षत चढ़ाए।
इसके बाद श्वेत पुष्प, धूप-अगरबत्ती और चन्दन इत्यादि से पूजा अर्चना करें।
नैवेद्य के रूप में जौ, गेंहू, या सत्तू, ककड़ी, चने की दाल आदि भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी जी को अर्पित करें।
ब्राह्मणों को भोजन करवाएं और उन्हें दान-दक्षिणा दें।