लखनऊ में मनाए गए महापरिनिर्वाण दिवस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डॉ. भीमराव अंबेडकर को नमन करते हुए उनकी मूर्तियों की सुरक्षा को लेकर statewide नई व्यवस्था लागू करने की आधिकारिक घोषणा की। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में जहां भी बाबा साहेब की प्रतिमाएं स्थापित हैं, वहां सरकार अब स्थायी सुरक्षा ढांचा तैयार करेगी। इसमें बाउंड्री वॉल, छत और आवश्यक संरचनात्मक सुरक्षा शामिल होगी।
उन्होंने कांग्रेस की पुरानी नीतियों पर निशाना साधते हुए बाबा साहेब की चेतावनियों का उल्लेख किया और समाज को संविधान निर्माता के आदर्शों पर संगठित होकर आगे बढ़ने का संदेश दिया।
1923 की घटना का जिक्र—‘वंदे मातरम’ गाने से इनकार करने वाले नेता पर बाबा साहेब की टिप्पणी
कार्यक्रम में CM योगी ने उस ऐतिहासिक प्रसंग को भी याद किया, जब 1923 में कांग्रेस के एक नेता ने ‘वंदे मातरम’ गाने से इनकार कर दिया था और आखिरी समय येरुशलम में बिताने की इच्छा जताई थी।
योगी के अनुसार अंबेडकर ने उस व्यक्ति के रवैये को देशहित के विपरीत बताया था और कहा था कि जो भारत में जन्म लेकर उसकी पवित्रता को नहीं मानता, वह राष्ट्रीय मुद्दों पर विश्वसनीय नहीं हो सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज भी कुछ लोग अंबेडकर की मूर्तियों को नुकसान पहुंचाने का प्रयास करते हैं, इसलिए सरकार उन्हें सुरक्षित और सम्मानित रखने के लिए व्यापक व्यवस्था लागू कर रही है।
कार्यक्रम में डिप्टी CM और मंत्रियों का संबोधन—अंबेडकर की विरासत पर चर्चा
कार्यक्रम में डिप्टी CM केशव प्रसाद मौर्य, डिप्टी CM ब्रजेश पाठक और मंत्री असीम अरुण भी उपस्थित रहे।
ब्रजेश पाठक का बयान
ब्रजेश पाठक ने कहा कि अंबेडकर ने दलितों, OBC और वंचित समुदायों को मुख्यधारा में लाने के लिए आजीवन संघर्ष किया।
उन्होंने आरोप लगाया कि— कांग्रेस ने अतीत में बाबा साहेब को कमजोर करने का काम किया। सपा सरकार में दलित अधिकारों को चोट पहुंचाई गई। कुछ नेताओं ने अंबेडकर को भूमि माफिया तक कहा। पाठक ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने बाबा साहेब से जुड़े पंचतीर्थ का विकास कराया और दोनों सरकारें मिलकर उनके सपनों को साकार करने में जुटी हैं।
केशव प्रसाद मौर्य का संबोधन
मौर्य ने कहा कि अंबेडकर द्वारा लिखित संविधान आज भी भारत की सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने आगे कहा: 2029 में संसद और विधानसभाओं में 33% महिलाएं होंगी। वोटर लिस्ट का शुद्धिकरण लोकतंत्र को और मजबूत करेगा। सच्ची श्रद्धांजलि तब मिलेगी जब नागरिक अपने मताधिकार को सुरक्षित रखेंगे।
असीम अरुण का संबोधन
असीम अरुण ने कहा कि अंबेडकर ने हमेशा जाति से ऊपर उठकर ‘भारतीय’ पहचान को महत्व दिया। उन्होंने बताया कि योगी सरकार किन्नर समाज, बुक्सा जनजाति और घूमन्तू समुदाय को मुख्यधारा में जोड़ने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
सरकार जल्द लागू करेगी कई नई व्यवस्थाएँ
समारोह के अंत में CM योगी ने बताया कि: चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के न्यूनतम मानदेय पर जल्द फैसला लागू होगा। दलित बस्तियों की कनेक्टिविटी मजबूत की जाएगी। अंबेडकर की प्रतिमाओं की सुरक्षा पर नई नीति तुरंत लागू की जाएगी। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब की दूरदृष्टि और संविधान की मजबूत नींव की वजह से आज जनता कई सुविधाओं का लाभ पा रही है। कार्यक्रम का समापन बाबा साहेब के प्रति श्रद्धांजलि और उनके सिद्धांतों को आगे बढ़ाने के संकल्प के साथ हुआ।









