कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के भोपाल दौरे पर मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने अपनी दादी व पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करते समय भारतीय परंपराओं का उल्लंघन किया।
मंत्री सारंग ने कहा, “मैंने पहले ही कहा था कि राहुल गांधी का यह दौरा केवल राजनीतिक पर्यटन है। उन्हें न तो हिंदुस्तान की संस्कृति की समझ है और न ही पुरातन परंपराओं की जानकारी।” उन्होंने आगे आरोप लगाया कि जब राहुल गांधी ने इंदिरा गांधी को पुष्पांजलि दी, तो उन्होंने अपने जूते नहीं उतारे और पुष्प अर्पण की जगह फूल ‘फेंका’, जो भारतीय संस्कृति के खिलाफ है।
सारंग ने इस घटना को इंदिरा गांधी का अपमान करार देते हुए कहा, “उन्होंने अपनी ही दादी का अपमान किया है। मैं उम्मीद करता हूं कि भोपाल छोड़ने से पहले राहुल गांधी जनता से और इंदिरा जी की आत्मा से माफी मांगें।”
बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी 3 जून को भोपाल के दौरे पर हैं, जहां उन्होंने ‘संगठन सृजन अभियान’ की औपचारिक शुरुआत की। यह अभियान 2023 में विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी को नए सिरे से संगठित करने की रणनीति का हिस्सा है। कांग्रेस नेतृत्व अब मध्यप्रदेश में संगठन को फिर से खड़ा करने और उसे जमीनी स्तर तक मजबूत करने की दिशा में सक्रिय हो गया है।
इस दौरे के तहत राहुल गांधी प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में नेताओं के साथ कई अहम बैठकें कर रहे हैं। इन बैठकों में प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं, सांसदों, विधायकों, पर्यवेक्षकों और जिला व ब्लॉक अध्यक्षों के साथ चर्चा की जा रही है। अभियान का उद्देश्य न केवल सांगठनिक ढांचे का पुनर्गठन है, बल्कि राज्य की राजनीति में कांग्रेस को फिर से मजबूती दिलाने की दिशा में ठोस रणनीति तैयार करना भी है। इस दौरान संगठन सृजन अभियान की रणनीति भी साझा की जाएगी।
राहुल गांधी का कार्यक्रम
- 11:00 AM – 12:00 PM: राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक
- 12:00 PM – 12:30 PM: सांसदों और विधायकों से संवाद
- 12:30 PM – 01:30 PM: पर्यवेक्षकों और प्रभारियों की बैठक
- 01:30 PM – 02:30 PM: विशेष परामर्श और अनौपचारिक चर्चा
- 02:30 PM – 04:00 PM: रवीन्द्र भवन में कांग्रेस प्रतिनिधियों का अधिवेशन
गुजरात से हुई थी अभियान की शुरुआत
यह अभियान कांग्रेस के सबसे कमजोर प्रदर्शन वाले राज्य गुजरात से शुरू हुआ था। पार्टी इसे एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में देख रही है और अब मध्यप्रदेश व हरियाणा जैसे राज्यों में इसे लागू किया जा रहा है। इसके अंतर्गत दिल्ली से आए वरिष्ठ नेताओं को जिलों की जिम्मेदारी दी जाएगी।