राजस्थान के बीकानेर में गुरुवार को एक जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले का ज़िक्र करते हुए अपनी सरकार की कड़ी जवाबी कार्रवाई को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, “मोदी का दिमाग ठंडा है, लेकिन खून गर्म है। अब तो मेरी नसों में खून नहीं, गरम सिंदूर बह रहा है।” उन्होंने ये भी कहा कि भारत ने दुनिया को यह साफ़ संदेश दे दिया है कि अब हर आतंकी हमले की पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
प्रधानमंत्री के इस भावनात्मक और आक्रामक बयान पर कांग्रेस नेता उदित राज ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर कटाक्ष करते हुए लिखा, “फिल्म निर्देशक, उपन्यासकार, कवि और स्क्रिप्ट राइटर की अक्ल घास चरने गई थी क्या? उनको ये डायलॉग क्यों नहीं सूझा? मोदी जी के इस एक डायलॉग से तो फिल्म ब्लॉकबस्टर हो जाती।”
एक अन्य पोस्ट में उदित राज ने प्रधानमंत्री पर और अधिक व्यक्तिगत हमला करते हुए लिखा, “मोदी जी, आपकी रगों में सिर्फ पानी है। खून और सिंदूर की बातें मत करो तो अच्छा होगा। बहनों के सिंदूर तक नहीं बच पाए आपकी सरकार की निकम्मेपन के कारण।”
प्रधानमंत्री मोदी ने इसी सभा में यह भी दावा किया कि 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले का बदला उनकी सरकार ने “सिर्फ 22 मिनट” में ले लिया। उन्होंने कहा, “हमने आतंकियों के 9 सबसे बड़े ठिकाने 22 मिनट में तबाह कर दिए। दुनिया ने देख लिया कि जब बहनों का सिंदूर बारूद बनता है, तो नतीजे कितने भयानक होते हैं।” उन्होंने सेना की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि सरकार ने तीनों सेनाओं को खुली छूट दी थी, और उन्होंने ऐसा चक्रव्यूह रचा कि पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया।
यह बयान और उस पर आए तीखे राजनीतिक प्रतिक्रियाएं एक बार फिर यह दिखाती हैं कि चुनावी मंच अब केवल वादों का नहीं, बल्कि भावनाओं और प्रतिशोध के कथानकों का भी अखाड़ा बनते जा रहे हैं।