Bihar Politics: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले जनता दल (यूनाइटेड) में टिकट बंटवारे को लेकर गहराता असंतोष अब खुलकर सामने आने लगा है। भागलपुर से जदयू (JDU) सांसद अजय कुमार मंडल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक भावनात्मक पत्र लिखते हुए सांसद पद से इस्तीफे की अनुमति मांगी है। उन्होंने आरोप लगाया कि विधानसभा टिकटों के वितरण में स्थानीय नेतृत्व और समर्पित कार्यकर्ताओं की राय को पूरी तरह नजरअंदाज किया जा रहा है।
मंडल बोले- पार्टी को परिवार की तरह माना, अब हाशिए पर कर दिया गया
पत्र में अजय मंडल ने लिखा, “मैं पिछले 20-25 वर्षों से संगठन और जनता की सेवा कर रहा हूं। मैंने जदयू को हमेशा एक परिवार की तरह माना है, लेकिन हाल के दिनों में संगठन में ऐसे फैसले लिए जा रहे हैं जो पार्टी और उसके भविष्य के लिए शुभ संकेत नहीं हैं।”
“टिकट बंटवारे में हमारी कोई राय नहीं ली जा रही”
मंडल ने आरोप लगाया कि अपने ही संसदीय क्षेत्र में विधानसभा टिकटों को लेकर कुछ खास लोग बिना उनकी राय के फैसले ले रहे हैं। उन्होंने कहा, “जिन लोगों का पार्टी संगठन से कोई वास्ता नहीं रहा, उन्हें टिकट देने की बात सामने आ रही है, जबकि जिला अध्यक्ष और स्थानीय नेताओं की राय की अनदेखी की जा रही है।”
“मेरे सांसद रहने का औचित्य अब नहीं रहा”
पत्र में उन्होंने आगे लिखा, “जब समर्पित कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेतृत्व की कोई अहमियत नहीं रह गई है, तो सांसद पद पर बने रहना निरर्थक है। मेरा उद्देश्य विरोध नहीं, बल्कि पार्टी और नीतीश कुमार के नेतृत्व को संभावित नुकसान से बचाना है। कृपया मुझे त्यागपत्र देने की अनुमति दें।”
पहले भी उठे हैं असंतोष के स्वर
यह मामला तब सामने आया है जब राजग में सीट बंटवारे को लेकर अंदरूनी खींचतान पहले से चल रही है। सोमवार को जदयू के पूर्व विधायक जय कुमार सिंह भी टिकट वितरण से नाराज होकर पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं। इससे साफ है कि जदयू के भीतर असंतोष तेज होता जा रहा है।