दिल्ली की राजनीति में आम आदमी पार्टी के लिए एक बड़ा संकट खड़ा हो गया है। पार्टी के 13 पार्षदों ने एक साथ बगावत करते हुए AAP से किनारा कर लिया है। इन बागी पार्षदों ने अब एक नया राजनीतिक मोर्चा बनाने की घोषणा की है, जिसे “इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी” नाम दिया गया है। इस नए दल का नेतृत्व करेंगे वरिष्ठ पार्षद मुकेश गोयल, जिनका दावा है कि उनके साथ कुल 15 पार्षद हैं।
बताया जा रहा है कि नगर निगम में नेतृत्व को लेकर असंतोष इस बगावत की मुख्य वजह रहा। पार्षदों ने आरोप लगाया कि 2022 में नगर निगम का चुनाव जीतने के बाद भी पार्टी का शीर्ष नेतृत्व निगम को प्रभावी तरीके से नहीं चला पाया। साथ ही पार्षदों का कहना है कि नेतृत्व और ग्राउंड लेवल प्रतिनिधियों के बीच संवाद की भारी कमी रही, जिससे पार्टी का जनाधार कमजोर हुआ और AAP अब निगम में विपक्ष की भूमिका में है।
खास बात यह है कि मुकेश गोयल लंबे समय से नाराज चल रहे थे। AAP नेतृत्व ने उन्हें एमसीडी में नेता विपक्ष नहीं बनाया और उनकी जगह अंकुश नारंग को यह जिम्मेदारी सौंप दी गई, जिससे गोयल असंतुष्ट थे। गौरतलब है कि मुकेश गोयल पहले कांग्रेस में थे और बाद में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे। 2020 विधानसभा चुनाव में उन्हें AAP ने आदर्श नगर से उम्मीदवार बनाया था, लेकिन वे चुनाव हार गए थे।
बगावत करने वाले पार्षदों की सूची:
मुकेश गोयल (वार्ड 15)
दिनेश कुमार (वार्ड 02)
हिमानी जैन (वार्ड 153)
रुनाक्षी शर्मा (वार्ड 88)
उषा शर्मा (वार्ड 72)
अशोक पंवार (वार्ड 109)
राखी यादव (वार्ड 108)
साहिब कुमार (वार्ड 107)
राजेश कुमार लाडी (वार्ड 99)
मनीषा कालरा (वार्ड 33)
सुमानी अनिल (वार्ड 22)
अशोक कुमार पांडे (वार्ड 109)
देवेंद्र कुमार (वार्ड 196)
हेमचंद गोयल (वार्ड 181)
रानी खेड़ा (वार्ड 33)
इस बगावत से आम आदमी पार्टी की नगर निगम में स्थिति कमजोर होती दिख रही है और आने वाले समय में दिल्ली की राजनीति में नए समीकरण बनते नजर आ सकते हैं।