उत्तर प्रदेश के बरेली में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद ‘I Love Muhammad’ पोस्टर को लेकर भड़की हिंसा ने पूरे शहर में तनाव फैला दिया। यह विवाद कानपुर से शुरू होकर बरेली और मऊ जैसे शहरों तक फैल गया। प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़पों के दौरान पथराव, गोलीबारी और आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया। उपद्रवियों के कारण 20 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए 30 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया, जबकि 50 से अधिक को हिरासत में लिया गया। मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना तौकीर रजा को हाउस अरेस्ट के बाद गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
बरेली में कैसे भड़का उपद्रव?
कानपुर से शुरू हुआ यह विवाद अब बरेली और मऊ तक पहुंच गया। शुक्रवार को इस्लामिया मैदान के बाहर जुमे की नमाज के बाद सैकड़ों प्रदर्शनकारी इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा के आह्वान पर इकट्ठा हुए। प्रदर्शनकारी ‘I Love Muhammad’ के समर्थन में बैनर और पोस्टर लेकर नारेबाजी कर रहे थे। प्रशासन ने इलाके में पहले ही धारा 163 लागू की थी, फिर भी प्रदर्शनकारी मस्जिद के बाहर जमा हो गए। पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने की कोशिश की, लेकिन स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई और प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर हमला किया।
पुलिस कर रही उपद्रवियों की पहचान
भीड़ ने इस्लामिया मैदान से भागकर गलियों में शरण ली और वहां से पत्थरबाजी शुरू कर दी। उपद्रवियों ने अपने साथ बैनर-पोस्टर लेकर पुलिस को निशाना बनाया। स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का इस्तेमाल किया। झड़प के दौरान पुलिस पर गोलीबारी भी हुई। अब तक 30 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 50 लोग हिरासत में हैं। DIG अजय कुमार ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोग स्थानीय हैं और तौकीर रजा का वीडियो देखकर इकट्ठा हुए थे। पुलिस CCTV फुटेज के जरिए बाकी उपद्रवियों की पहचान कर रही है।
तौकीर रजा ने प्रशासन पर लगाए आरोप
हिंसा के केंद्र में मौलाना तौकीर रजा का नाम प्रमुखता से सामने आया। पुलिस उन्हें बरेली हिंसा का मास्टरमाइंड मान रही है। गुरुवार रात से वे अपने मित्र के घर पर थे, जहां उन्हें हाउस अरेस्ट किया गया। बाद में पुलिस ने उन्हें किसी अज्ञात स्थान पर ले जाकर पूछताछ शुरू कर दी। उनके परिवार के सभी मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए। पुलिस उनकी संलिप्तता की जांच कर रही है और अगर दोष सिद्ध हुआ तो FIR दर्ज की जाएगी। दूसरी ओर, तौकीर रजा ने वीडियो संदेश जारी कर पुलिस और प्रशासन पर साजिश रचने का आरोप लगाया और हिंसा के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने दी सख्त चेतावनी
बरेली और मऊ में हुई हिंसा के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाई-लेवल मीटिंग बुलाई। बैठक में उन्होंने त्योहारों के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम और प्रदेश में शांति बनाए रखने के निर्देश दिए। CM योगी ने कहा, “दशहरा बुराई और आतंक के दहन का प्रतीक है। उपद्रवियों के लिए कार्रवाई का यही समय है। जो समुदाय विशेष द्वारा जुलूस या प्रदर्शनों के माध्यम से अराजकता फैलाने की कोशिश करेंगे, उनके खिलाफ सरकार कड़ी कार्रवाई करेगी। उपद्रवी बचेंगे नहीं। कार्रवाई ऐसी होगी कि भविष्य में दोबारा अराजकता फैलाने की सोच भी न सके।” पुलिस के मुताबिक, बरेली में वर्तमान में हालात पूरी तरह नियंत्रण में हैं।