
परमाणु बम के रेडिएशन को रोकना आसान नहीं होता, खासकर जब रेडिएशन लीक हो जाए। पाकिस्तान और अन्य देश जो परमाणु हमले की धमकी देते हैं, शायद इस भयंकर तबाही का अंदाजा नहीं रखते। इतिहास में हिरोशिमा और नागासाकी पर हुए हमलों की भयावहता को कई किताबों में विस्तार से बताया गया है, लेकिन वास्तविक नुकसान उससे भी ज्यादा घातक होता है। हाल ही में भारत-पाकिस्तान के तनाव के बीच ऐसी खबरें आईं कि पाकिस्तान में रेडिएशन लीक हुआ है, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है। तो अगर ऐसा होता है तो इसे कैसे नियंत्रित किया जा सकता है?
रेडिएशन को कैसे रोका जा सकता है?
दरअसल, परमाणु रेडिएशन को पूरी तरह रोकना संभव नहीं है, बल्कि इसे कम करने और इससे बचाव के उपाय किए जा सकते हैं। रेडिएशन प्रभावित क्षेत्र को कंक्रीट या सीसे की मोटी दीवारों से घेर कर आइसोलेट किया जाता है। इसके अलावा, रेडियोधर्मी पदार्थों का निस्तारण इस तरह करना जरूरी है कि वे कभी भी बाहरी संपर्क में न आएं।
रेडिएशन में सबसे खतरनाक होती हैं गामा किरणें
रेडिएशन की विभिन्न किरणों में गामा किरणें सबसे घातक होती हैं। ये शरीर के डीएनए को नुकसान पहुंचा सकती हैं और इन्हें रोकने के लिए मोटी कंक्रीट या लेड की दीवारों की जरूरत होती है। जबकि अल्फा और बीटा किरणों को पानी कुछ हद तक रोक सकता है, पर गामा किरणों पर पानी का कोई प्रभाव नहीं होता।
आम लोगों को क्या करना चाहिए?
परमाणु हमले या रेडिएशन लीक के बाद सबसे सुरक्षित उपाय यह है कि आप अपने घर के अंदर कम से कम 48 घंटे तक रहें और बाहर न निकलें। यदि आप बिल्डिंग में कैद रहते हैं तो रेडिएशन के प्रभाव से काफी हद तक बच सकते हैं। रेडिएशन कई मील दूर तक फैल सकता है इसलिए जितना संभव हो वहीं सुरक्षित रहें।
रेडिएशन फैलने के बाद जरूरी कदम
रेडिएशन आपके कपड़ों पर चिपक जाता है इसलिए तुरंत कपड़े बदल दें और साबुन से धीरे-धीरे शरीर को साफ करें, रगड़ें नहीं। बालों में कंडीशनर का इस्तेमाल न करें क्योंकि रेडिएशन बालों में जमा हो सकता है। नाक, कान और आंखों को भी सावधानी से साफ करें। इस्तेमाल किए हुए कपड़ों को प्लास्टिक बैग में बंद करके घर से दूर रखें। ये उपाय अमेरिका की गाइडलाइन्स पर आधारित हैं। इन सावधानियों को अपनाकर परमाणु रेडिएशन के खतरों से बचा जा सकता है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण है कि सरकारी निर्देशों का पालन करते हुए सतर्कता बरतें।