क्यों अक्सर रात के समय ही किए जाते हैं एयर स्ट्राइक? जानें ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी अहम वजहें

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क्यों अक्सर रात के समय ही किए जाते हैं एयर स्ट्राइक?
क्यों अक्सर रात के समय ही किए जाते हैं एयर स्ट्राइक?

7 मई की रात जब देश की आम जनता गहरी नींद में थी, उसी समय भारतीय सशस्त्र बलों ने एक बड़े सैन्य मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। इस मिशन का नाम था ऑपरेशन सिंदूर, जो 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किया गया। इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान के भीतर स्थित आतंकी अड्डों को निशाना बनाकर तबाह किया गया।

भारतीय सेनाओं ने आधी रात के करीब 9 अलग-अलग आतंकी ठिकानों पर एक साथ हमला किया। इस हमले में कई आतंकियों के मारे जाने की खबर है। ऐसे में आम लोगों के मन में यह सवाल उठना लाज़मी है कि आखिर इस तरह के हवाई हमले अक्सर रात को ही क्यों किए जाते हैं? क्या इसके पीछे कोई रणनीतिक सोच होती है?

रात को हमले की रणनीति: टेक्नोलॉजी और टैक्टिक्स का मेल

7 मई की भोर तकरीबन 2 बजे का वक्त था, जब पाकिस्तान के आसमान में भारतीय मिसाइलों की चमक दिखाई दी। ऑपरेशन सिंदूर के तहत जिन 9 आतंकी शिविरों को टारगेट किया गया, उनमें बड़ी संख्या में आतंकी मारे गए। लेकिन सवाल बना रहता है — रात में ही हमला क्यों?

रात के समय दुश्मन की नजर कमजोर होती है। अंधेरे के कारण न केवल रडार ऑपरेटरों की नजर चूकती है, बल्कि वॉच टावर भी विमानों की गतिविधियों को पकड़ने में असफल रहते हैं। इसके अलावा, थर्मल और ऑप्टिकल सेंसर की सीमाएं भी रात में ऑपरेशन के पक्ष में काम करती हैं, जिससे एयरक्राफ्ट की पहचान मुश्किल हो जाती है। इस वजह से दुश्मन की प्रतिक्रिया धीमी हो जाती है और हमला अधिक सफल हो सकता है।

कम ट्रैफिक, साफ सिग्नल: रात में होता है स्पष्ट कम्युनिकेशन

रात के वक्त एयर ट्रैफिक भी न्यूनतम होता है। कमर्शियल फ्लाइट्स कम होती हैं और रेडियो सिग्नल ज्यादा स्पष्ट मिलते हैं। इससे नेविगेशन और कम्युनिकेशन में कोई रुकावट नहीं आती।

साथ ही, राफेल जैसे आधुनिक फाइटर जेट्स में नाइट विजन तकनीक, इंफ्रारेड सेंसर और बिना लाइट के उड़ान भरने की प्रणाली मौजूद होती है, जिससे ये विमान रात में भी सटीकता से लक्ष्य भेद सकते हैं।

गौरतलब है कि 2019 के बालाकोट एयर स्ट्राइक में भी भारतीय वायुसेना ने तड़के करीब 3 बजे ही हमला किया था। तब भी यही रणनीति अपनाई गई थी — अंधेरे का फायदा उठाकर दुश्मन को चौंकाना और ऑपरेशन को पूरी सफलता दिलाना।