घर किराए पर देना भले ही आय का अच्छा जरिया हो, लेकिन इसके साथ कुछ जिम्मेदारियां और खतरे भी आते हैं। अक्सर नए किराएदार से पहचान पत्र के रूप में सबसे पहले आधार कार्ड मांगा जाता है। कई लोग इसे देखकर निश्चिंत हो जाते हैं कि पहचान पक्की है। लेकिन यही सबसे बड़ी गलती हो सकती है, क्योंकि आजकल नकली आधार कार्ड बनाना बहुत आसान हो गया है और कई धोखाधड़ी के मामलों में इसका इस्तेमाल हो रहा है।
ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां नकली आधार कार्ड दिखाकर लोग किराए पर घर लेते हैं और फिर अपराध करके फरार हो जाते हैं। बाद में मकान मालिक कानूनी पचड़ों में फंस जाते हैं। इसलिए सिर्फ आधार कार्ड देखकर भरोसा न करें, बल्कि UIDAI की सुविधा से मिनटों में इसकी सत्यता जांच लें—वो भी बिल्कुल मुफ्त।
मकान मालिकों के लिए आधार वेरिफिकेशन क्यों जरूरी?
इसे औपचारिकता न समझें, बल्कि अपनी और अपनी संपत्ति की सुरक्षा का पहला कदम मानें। एक नकली आधार के पीछे छुपे खतरे हो सकते हैं:
आपराधिक इतिहास: व्यक्ति आपराधिक मामलों में शामिल हो सकता है और पुलिस से बचने के लिए नकली पहचान का इस्तेमाल कर रहा हो।
वित्तीय धोखाधड़ी: फर्जी पहचान पर घर लेकर बैंक या अन्य वित्तीय संस्थानों से ठगी की जा सकती है।
अवैध गतिविधियां: संपत्ति का उपयोग गैरकानूनी कार्यों में किया जा सकता है।
कानूनी मुसीबत: बिना वेरिफिकेशन के किसी घटना के होने पर कानूनी सवाल आपके ऊपर भी उठ सकते हैं।
तरीका 1: UIDAI की वेबसाइट से वेरिफिकेशन
यह सबसे आसान और सीधा तरीका है, जिसके लिए सिर्फ किराएदार का 12 अंकों का आधार नंबर चाहिए।
स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस:
- अपने ब्राउज़र में uidai.gov.in वेबसाइट खोलें।
- भाषा चुनने के बाद ‘My Aadhaar’ टैब पर जाएं।
- ड्रॉपडाउन में ‘Aadhaar Services’ सेक्शन पर क्लिक करें।
- वहां से ‘Verify an Aadhaar Number’ ऑप्शन चुनें।
- किराएदार का आधार नंबर और कैप्चा कोड डालें।
- ‘Proceed and Verify Aadhaar’ पर क्लिक करें और तुरंत नतीजा देखें।
तरीका 2: mAadhaar ऐप से वेरिफिकेशन
- मोबाइल पर mAadhaar ऐप इंस्टॉल करें। इसमें दो ऑप्शन मिलेंगे—Aadhaar Verify और QR Code Scanner।
- Aadhaar Verify: आधार नंबर डालकर जांचें।
- QR Code Scanner: आधार कार्ड पर मौजूद QR कोड स्कैन करें। यह न सिर्फ आधार की असलियत बताएगा, बल्कि नाम, पता, जन्मतिथि और फोटो भी दिखाएगा।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या वेरिफिकेशन के लिए कोई शुल्क देना होता है?
नहीं, UIDAI की यह सेवा पूरी तरह मुफ्त है।
क्या आधार से मोबाइल नंबर लिंक होना जरूरी है?
नहीं, यह सेवा बिना मोबाइल लिंक के भी काम करती है।
अगर ‘Aadhaar does not exist’ दिखे तो?
इसका मतलब है कि आधार नंबर नकली है और UIDAI के रिकॉर्ड में मौजूद नहीं है।
फोटोकॉपी से वेरिफाई करना सही है?
नहीं, हमेशा ओरिजिनल कार्ड देखें और उसी से QR कोड स्कैन करें।
वेबसाइट बेहतर है या mAadhaar ऐप?
mAadhaar ऐप का QR कोड स्कैन विकल्प ज्यादा भरोसेमंद है, क्योंकि इसमें फोटो और डिटेल्स भी मिलती हैं।