इंस्टीट्यूट फॉर इकोनॉमिक्स एंड पीस (IEP) ने साल 2025 का ग्लोबल पीस इंडेक्स (Global Peace Index) जारी कर दिया है। इस रिपोर्ट के अनुसार, आइसलैंड ने एक बार फिर दुनिया के सबसे शांतिप्रिय और सुरक्षित देश का खिताब अपने नाम किया है। लगातार कई वर्षों से शीर्ष स्थान पर बने रहने वाला आइसलैंड इस बार भी लिस्ट में नंबर-1 पर रहा।
शीर्ष देशों की लिस्ट में आइसलैंड के बाद
दूसरे नंबर पर न्यूजीलैंड, तीसरे पर फिनलैंड, चौथे पर ऑस्ट्रिया और पांचवें स्थान पर स्विट्जरलैंड है। वहीं सिंगापुर, पुर्तगाल, डेनमार्क और स्लोवेनिया जैसे देश भी टॉप-10 में शामिल हैं।
भारत की रैंकिंग
रिपोर्ट के मुताबिक, 163 देशों की सूची में भारत 115वें पायदान पर रहा। यानी भारत टॉप-100 देशों में जगह बनाने में फिर से पीछे रह गया। हालांकि राहत की बात यह है कि इस साल भारत का GPI स्कोर 2.229 दर्ज किया गया, जो पिछले साल की तुलना में थोड़ा बेहतर है।
क्यों है आइसलैंड सबसे सुरक्षित
ग्लोबल पीस इंडेक्स तीन पहलुओं पर देशों का मूल्यांकन करता है—
- सामाजिक सुरक्षा
- घरेलू और अंतरराष्ट्रीय संघर्ष
- सैन्यीकरण
इन सभी मानकों पर आइसलैंड सबसे मजबूत साबित हुआ। यहां अपराध दर बेहद कम है, जिसके चलते यह देश 2008 से लगातार सबसे सुरक्षित देश बना हुआ है। रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि यूरोप अभी भी दुनिया का सबसे शांतिपूर्ण क्षेत्र है और टॉप लिस्ट में उसका दबदबा कायम है।
सबसे असुरक्षित देश
लिस्ट के निचले पायदान पर रूस, यूक्रेन, सूडान, कांगो और यमन जैसे देश हैं, जहां लगातार हिंसा और संघर्ष जारी है। वहीं दक्षिण अफ्रीका, पाकिस्तान और बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता, सामाजिक तनाव और अशांति ने हालात और बिगाड़ दिए हैं। यही वजह है कि इन्हें सबसे असुरक्षित देशों की श्रेणी में रखा गया है।