ऐसी कई अनसुलझी पहेलियां है जिन्हें बचपन के दौरान अक्सर बच्चे एक-दूसरे से पूछते हैं। लेकिन उनका जवाब किसी को नहीं पता होता हैं, मगर जानने के लिए सभी उत्सुक रहते हैं। ऐसा ही एक सवाल है-कि अंडा शाकाहारी होता है या मांसाहारी? ये सवाल सुनने में बेहद सिंपल लगता है लेकिन इसका जवाब उतना ही मुश्किल होता है, क्योंकि ये सवाल धार्मिक आस्था से जुड़ा हुआ है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि एक मांसाहारी व्यक्ति मुर्गी के अंडे को सबसे अधिक खाना पसंद करता है लेकिन अगर वही अंडा एक शाकाहारी व्यक्ति खाले तो बात धर्म पर आ जाती हैं, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि अंडा मुर्गी देती है और मुर्गी खाने वालों को मांसाहारी माना जाता है। लेकिन यदि एक शाकाहारी व्यक्ति अंडे का सेवन करता है तो समाज में उसे ठीक नजर से नहीं देखा जाता।
अंडे का शाकाहार खानदान से ताल्लुक-
अब ये बात साबित हो गई है कि अंडा मांसाहारी नहीं बल्कि शाकाहारी होता है, ऐसा हम नहीं कह रहे, ऐसा वैज्ञानिक कह रहे हैं। सालों से चली आ रही इस बहस पर वैज्ञानिकों की सूझ-बूझ और परिक्षण ने रोक लगा दी हैं।
दुनिया के लिए वरदान माने जाने वाले वैज्ञानिकों का मानना है कि मुर्गी मांसाहारी है तो अंडा भी मांसाहारी है, ये तथ्य गलत है। क्योंकि जो दूध हम प्रतिदिन पीते है, वो भी किसी जानवर से ही मिलता है लेकिन फिर भी दूध को शाकाहारी माना गया है।
अनफर्टिलाइज्ड होते है अंडे-
वैज्ञानिकों का कहना है कि ये सिर्फ लोगों के मन की उपज है। लेकिन वास्तविकता में अंडे का मांसाहारी या शाकाहारी होने का मुर्गी से कोई ताल्लुक नहीं होता है। अधिकतर शाकाहारी लोगों का मानना है कि अंडे से बच्चा निकलता है इसलिए अंडे को खाने से धर्म भ्रष्ट हो जाएगा। लेकिन ऐसा मानना बिलकुल गलत है क्योंकि बाजार में मिलने वाले ज्यादातर अंडे अनफर्टिलाइज्ड होते हैं। इसका मतलब ये है कि उनसे कभी चूजे बाहर नहीं आ सकते। इसलिए अंडे को मांसाहारी मानना गलत है।
वैज्ञानिकों ने अपनी शोध के मुताबिक ये बात साबित कर दी है कि अंडे की सफेदी(albumen) में सिर्फ प्रोटीन होता है,उसमें मुर्गी का कोई हिस्सा भी मौजूद नहीं होता है। एग वाइट(सफेदी) शाकाहारी होती है, इसलिए अंडा भी शाकाहारी होता है।