दिल्ली विधानसभा चुनाव में 70 सीटों पर मतदान संपन्न हो चुका है। अब राजनीतिक दलों और आम जनता को 8 फरवरी का इंतजार है, जब चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि किस स्थिति में राष्ट्रपति शासन लगाया जाता है और अब तक दिल्ली में कितनी बार ऐसा हो चुका है? आइए, जानते हैं दिल्ली में लगे राष्ट्रपति शासन से जुड़ी अहम जानकारी।
क्या होता है राष्ट्रपति शासन?
राष्ट्रपति शासन की स्थिति में राज्य सरकार का नियंत्रण निर्वाचित मुख्यमंत्री के बजाय सीधे राष्ट्रपति के अधीन आ जाता है। हालांकि, इसके लिए केंद्र सरकार कार्यकारी अधिकार प्रदान करती है। इस दौरान राज्यपाल को विशेष अधिकार मिलते हैं और वह प्रशासन को चलाने के लिए सेवानिवृत्त सिविल सेवकों को सलाहकार नियुक्त कर सकते हैं।
किन परिस्थितियों में लगता है राष्ट्रपति शासन?
संविधान के अनुच्छेद 356 के तहत राष्ट्रपति शासन लगाया जाता है। यदि राज्य सरकार संविधान के अनुरूप कार्य करने में असमर्थ होती है और राष्ट्रपति को इसकी रिपोर्ट दी जाती है, तो वे राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर सकते हैं। हालांकि, इसे दो महीने के भीतर संसद के दोनों सदनों से अनुमोदन प्राप्त करना आवश्यक होता है।
कितनी अवधि के लिए लागू रहता है राष्ट्रपति शासन?
राष्ट्रपति शासन की अधिकतम प्रारंभिक अवधि छह महीने होती है। यदि आवश्यक हो, तो इसे हर छह महीने के लिए बढ़ाया जा सकता है, लेकिन कुल अवधि तीन वर्षों से अधिक नहीं हो सकती।
दिल्ली में अब तक कितनी बार राष्ट्रपति शासन लगा?
दिल्ली में अब तक केवल एक बार राष्ट्रपति शासन लगाया गया है। यह 2014 में लागू हुआ था, जब अरविंद केजरीवाल की सरकार सत्ता में थी।
2014 में क्यों लगा था राष्ट्रपति शासन?
दिसंबर 2013 में हुए विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी ने पहली बार चुनाव लड़ा और 28 सीटें जीतीं। पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने के लिए 36 विधायकों का समर्थन आवश्यक था। कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को समर्थन दिया, जिससे सरकार बनी, लेकिन यह सरकार केवल 49 दिनों तक ही चली।
जब विपक्षी दल भाजपा ने जन लोकपाल बिल लाने की मांग की, तो अरविंद केजरीवाल सरकार ने इसे पेश किया, लेकिन कांग्रेस का समर्थन नहीं मिलने के कारण यह पारित नहीं हो सका। इस स्थिति में अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उनका इस्तीफा स्वीकार करते हुए तत्काल प्रभाव से दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया।
करीब एक साल तक चला था राष्ट्रपति शासन
दिल्ली में 13 फरवरी 2014 को राष्ट्रपति शासन लगाया गया, जो 363 दिनों तक चला। इसके बाद 14 फरवरी 2015 को फिर से आम आदमी पार्टी की सरकार बनी। इस बार पार्टी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए 70 में से 67 सीटें हासिल कीं। यह किसी भी राज्य विधानसभा चुनाव में अब तक की सबसे बड़ी जीत में से एक थी।