नशा कई प्रकार का होता है। किसी को शराब का नशा, किसी को चाय का उसके बाद आते हैं कॉफी वाले लोग। कॉफी स्वाद के लिए पीते हैं तो कई लोग नींद को भगाने के लिए। पर इथियोपिया में ऐसा नहीं है। यहां पर लोगों की सुबह कॉफी से होती है। हर डिश में कॉफी शामिल होती है क्योंकि इथियोपिया में कॉफी का जन्म हुआ है।
कॉफी के दीवानों के लिए और जिन्हें कुछ कहानियां जाननी हैं कॉफी के बारे में, तो हम उनके लिए वर्ल्ड कॉफी डे पर कुछ खास कहानियां लाए हैं जो कि बहुत चर्चित हैं।
इथियोपिया में कॉफी की खुशबू को एक घटना से पहचाना गया, इसका यहां एक सबसे अच्छा किस्सा फेमस है। पुराने टाइम में इथियोपिया में कालदी नाम का चरवाहा अपनी बकरियों को काफा के जंगल से लेकर हर रोज निकलता था। एक दिन उसकी बकरियों ने जमीन पर पड़ी लाल चेरियों को खा लिया। चेरियां खाने के बाद बकरियां खुशी से मग्न हो गई और चक्कर काटने लगी। चरवाहे ने कुछ चेरियां तोड़ीं और खाईं। स्वाद पसंद आने पर चेरियों को अपने चाचा के पास ले गया।
खुशबू से खुला राज

चाचा बौद्ध धर्म के अनुयायी थे और मठ में रहते थे। उन्होंने धर्मिक बेड़ियों के कारण कॉफी की चेरी को चूल्हे में डाल दिया। जैसे ही बीज आग में गया जलने लगा उसकी खुशबू नशे की तरह चढ़ने लगी। इसके बाद कालदी के चाचा ने इन बीजों का उपयोग खुशबू के लिए करना शुरू किया।
इथियोपिया में काफा के रहने वाले मेसफिन तेकले कहते हैं, यहां कॉफी का चलन कैसे शुरू हुआ इसकी कहानी मैंने अपने दादा से सुनी थी। वह कहते थे एक बार चरवाहे कालदी की मां ने आग में जले हुए बीजों को साफ किया। फिर इसे ठंडा होने के लिए पानी में डाल दिया और तेज खुशबू आने लगी। यहीं से कॉफी पीने का चलन शुरू हुआ।
मेसफिन कहते हैं, यहां के जंगल दुनियाभर के लिए एक तोहफे की तरह हैं। दुनियाभर के लोग यहां पर उगी कॉफी की चुस्कियां लेते हैं। कॉफी यहां की मेहमान नवाजी का हिस्सा है। बचपन से लड़कियों को इसे तैयार करना सिखाया जाता है।
इथियोपिया का त्योहार
इथियोपिया में हर खुशी के मौके और त्योहार पर कॉफी समारोह गठित किया जाता है। समारोह 2 2 से 3 घंटे होता है। कॉफी को परोसने का काम घर की महिला मंडली करती है और बच्चे भी दिल खोल कर शामिल होते हैं।
कॉफी को तैयार अलग तहर से किया जाता है। इसे पहेल भुना जाता है फिर बारीक तरह से पीसते हैं। और गर्म पानी के साथ मिलाते हैं। इसमें दूध नहीं मिलाया जाता है, लेकिन शक्कर की मात्रा अधिक रहती है। तैयार होने के बाद इसे सुराहीनुमा बर्तन में लाते हैं और मेहमानों को सर्व करते हैं
पौधे उगते हैं अपने आप

इथियोपिया के जंगल में कॉफी की 5 हजार से अधिक किस्में हैं। यहां की जमीन कॉफी के लिए इतनी उपजाऊ है कि पौधे लगाए नहीं जाते, अपने आप जमीन से उग आते हैं। यूनेस्को की रिपोर्ट कहती है, 40 साल पहले इथियोपिया के 40 फीसदी इलाकों में कॉफी के जंगल थे। अब ये घटकर 30 फीसदी रह गए हैं।
कॉफी पीने के फायदे

लिवर के लिए फायदेमंद- हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि दो से तीन कप कॉफी बिना दूध या चीनी मिलाए पीने से लिवर से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है. एक्सपर्ट का कहना है कि कॉफी लिवर का कैंसर होने की आशंका भी कम हो जाती है।
वजन को कम करती है कॉफी- कॉफी में मैग्नीशियम और पोटैशियम पाया जाता है। ये दोनों चीजें मोटापे को कंट्रोल करती हैं
दिल की बीमारियों में फायदेमंद- कॉफी का सेवन दिल के मरीजों के लिए भी बहुत फायदेमंद हैं। कॉफी हार्ट स्ट्रोक के खतरे को भी कम करती है।
डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद- डायबिटीज आज के दिनों में एक आम समस्या है. कॉफी में पाया जाने वाला कैफीन ब्लड शुगर को कम करता है. इसलिए ये मरीजों के लिए कॉफी का सेवन करना फायदेमंद होता है।
स्किन के लिए- कैफीन आंखों की एलर्जी और डार्क सर्कल को भी दूर करती है. इसलिए कहा जाता है कि कॉफी पीने से त्वचा अच्छी होती है। इतना ही नहीं कॉफी का फेसपैक लगाने से भी त्वचा में निखार आता है।