हर मौसम में जरूरी है सनस्क्रीन! बरसात हो या सर्दी, ये लापरवाही आपकी स्किन को नुकसान पहुंचा सकती है

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हर मौसम में जरूरी है सनस्क्रीन!
हर मौसम में जरूरी है सनस्क्रीन!

सिर्फ गर्मियों में ही सनस्क्रीन लगाना जरूरी है? क्या सर्दियों या बारिश के मौसम में इसकी ज़रूरत नहीं होती? यह सवाल अक्सर हमारे मन में आता है, लेकिन एक्सपर्ट्स की मानें तो ये सोच आपकी स्किन के लिए खतरनाक साबित हो सकती है।

UV किरणें हर मौसम में सक्रिय

सूरज की हानिकारक अल्ट्रावायलेट (UV) किरणें सिर्फ तेज धूप में ही नहीं बल्कि बादलों के पीछे से भी स्किन तक पहुंचती हैं। रिपोर्ट्स बताती हैं कि बरसात के दिनों में भी 80% UV किरणें त्वचा तक पहुंच सकती हैं, जो स्किन डैमेज, टैनिंग और एजिंग जैसी समस्याएं पैदा कर सकती हैं। ऐसे में हर मौसम में सनस्क्रीन लगाना जरूरी हो जाता है।

इनडोर में भी होता है UV एक्सपोजर

क्या घर या ऑफिस में सनस्क्रीन की ज़रूरत नहीं? यह एक और आम भ्रम है। दरअसल, कांच की खिड़कियों, कार के शीशों या ऑफिस ग्लास वॉल्स से भी UV रेज भीतर आ जाती हैं। ऐसे में अगर आप लंबे समय तक विंडो के पास बैठते हैं तो चेहरे, गर्दन और हाथों पर सनस्क्रीन जरूर लगाएं।

गहरी स्किन टोन को भी चाहिए सनस्क्रीन

कुछ लोगों का मानना है कि जिनकी त्वचा का रंग गहरा होता है, उन्हें सनस्क्रीन की ज़रूरत नहीं होती। लेकिन यह गलतफहमी है। गहरी स्किन भी UV रेज से प्रभावित होती है और इससे स्किन डैमेज और हाइपरपिगमेंटेशन का खतरा बना रहता है।

क्या SPF वाला मेकअप काफी है?

एसपीएफ वाले मेकअप प्रोडक्ट्स स्किन को कुछ हद तक सूरज की रेज़ से बचा सकते हैं, लेकिन यह सनस्क्रीन का विकल्प नहीं हो सकते। यदि आप मेकअप कर रहे हैं तो सबसे पहले सनस्क्रीन लगाएं, फिर बाकी प्रोडक्ट्स।

रोजाना सनस्क्रीन लगाना कितना जरूरी?

रिसर्च बताती हैं कि डेली सनस्क्रीन इस्तेमाल करने से चेहरे की स्किन सूरज की किरणों से सुरक्षित रहती है। यह स्किन को न सिर्फ टैनिंग से बचाता है, बल्कि उसे हाइड्रेटेड और स्मूद भी बनाए रखता है। झुर्रियां और काले धब्बे रोकने में भी यह कारगर है।

कैसे करें सही तरीके से सनस्क्रीन का इस्तेमाल?

  • बाहर निकलने से 20 मिनट पहले सनस्क्रीन लगाएं, ताकि यह स्किन में अच्छी तरह से समा जाए।
  • लंबे समय तक बाहर रहने पर हर दो घंटे में दोबारा लगाएं।
  • सिर्फ चेहरे पर नहीं, बल्कि गर्दन, कान, पलकों और होंठों पर भी लगाएं।
  • बरसात के मौसम में भी वॉटर रेज़िस्टेंट सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें।

सनस्क्रीन सिर्फ एक ब्यूटी प्रोडक्ट नहीं, बल्कि आपकी स्किन के लिए एक सुरक्षा कवच है। चाहे सूरज हो, बादल हों या बारिश – UV रेज़ हर समय एक्टिव होती हैं। ऐसे में इसकी अनदेखी करना मतलब है स्किन को जानबूझकर जोखिम में डालना।