महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर भगवान शिव की पूजा में विशेष भोग का बहुत महत्व होता है। इस दिन व्रत और उपवास रखने वाले भक्त महादेव को प्रसन्न करने के लिए विभिन्न तरह के भोग अर्पित करते हैं। यहां हम आपको कुछ खास भोग के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आप इस शुभ दिन पर बना सकते हैं और भोलेनाथ को अर्पित कर सकते हैं।
- ठंडाई
महाशिवरात्रि पर ठंडाई का विशेष महत्व है। दूध, बादाम, सौंफ, काली मिर्च, गुलाब और खरबूजे के बीज से बनी ठंडाई शिव जी को अत्यंत प्रिय होती है। इसे बनाकर भोग के रूप में चढ़ाया जाता है और फिर भक्तगण इसका प्रसाद ग्रहण करते हैं।
- बेलपत्र और धतूरा प्रसाद
शिव जी को बेलपत्र और धतूरा अत्यंत प्रिय हैं। बेलपत्र को गंगाजल से धोकर और धतूरे के फल को भगवान शिव को अर्पित करने से उनकी कृपा प्राप्त होती है।
- साबुदाने की खीर
व्रत में खाई जाने वाली साबुदाने की खीर भी महादेव को भोग लगाने के लिए उपयुक्त होती है। इसे दूध, साबुदाना, इलायची और मेवे डालकर बनाया जाता है और प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है।
- पंचामृत
पंचामृत का उपयोग शिवलिंग अभिषेक और भोग दोनों के लिए किया जाता है। दूध, दही, शहद, घी और गंगाजल को मिलाकर पंचामृत तैयार किया जाता है और इसे भोलेनाथ को अर्पित करने के बाद प्रसाद रूप में वितरित किया जाता है।
- गन्ने का रस
शिव जी को गन्ने का रस अत्यंत प्रिय है। इसे अभिषेक में भी प्रयोग किया जाता है और प्रसाद के रूप में भी अर्पित किया जाता है।
- गुड़ और तिल का प्रसाद
गुड़ और तिल से बने लड्डू या खीर महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव को अर्पित किए जा सकते हैं। यह स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक होता है और व्रत में ऊर्जा प्रदान करता है।
- नारियल और मखाने की खीर
नारियल और मखाने की खीर व्रत के लिए बहुत उपयुक्त होती है। इसे दूध, मखाना, नारियल और मेवों से तैयार किया जाता है और भोलेनाथ को भोग लगाया जाता है।
- फल और सूखे मेवे
व्रत में फल खाने का भी विशेष महत्व होता है। भगवान शिव को विभिन्न फलों जैसे केला, अनार, सेब, अंगूर आदि का भोग अर्पित किया जा सकता है।