हाई यूरिक एसिड को कम करने में मददगार है घर पर बनी ये खास चटनी, आसान रेसिपी और सेहत फायदे जानें

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हाई यूरिक एसिड को कम करने में मददगार है घर पर बनी ये खास चटनी
हाई यूरिक एसिड को कम करने में मददगार है घर पर बनी ये खास चटनी

शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ना कई दिक्कतों की जड़ बन सकता है। इससे हाथ-पैरों के जोड़ों में दर्द, सूजन और चलने-फिरने में परेशानी जैसी समस्याएं होने लगती हैं। आजकल व्यस्त जीवनशैली, असंतुलित खानपान और तनाव की वजह से यह समस्या आम होती जा रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपके किचन में बनने वाली एक साधारण सी चटनी इस समस्या को कम करने में मदद कर सकती है? यह न सिर्फ यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में सहायक है, बल्कि नसों की सफाई और शरीर को भीतर से मजबूत बनाने में भी कारगर है।

आवश्यक सामग्री:

  • 1 कप धनिया पत्ते (अच्छी तरह धोकर काट लें)
  • आधा कप पुदीना पत्ते
  • 4-5 लहसुन की कलियां
  • अदरक – 1 छोटा टुकड़ा
  • 1 बड़ा चम्मच नींबू का रस
  • स्वादानुसार काला नमक
  • आधा चम्मच भुना जीरा पाउडर
  • जरूरत अनुसार पानी

बनाने की विधि:

  • मिक्सर जार में धनिया, पुदीना, लहसुन और अदरक डालें।
  • थोड़ा पानी मिलाकर अच्छी तरह पीस लें।
  • पेस्ट बनने के बाद इसमें नींबू का रस, काला नमक और भुना जीरा पाउडर डालें।
  • सभी सामग्री अच्छे से मिलाएं और साफ डिब्बे में भर लें।
  • यह चटनी रोज खाने के साथ या ब्रेड पर लगाकर खाई जा सकती है।

फायदे:

  • यूरिक एसिड नियंत्रण: धनिया और पुदीना शरीर से विषैले तत्व निकालने में मदद करते हैं, जिससे यूरिक एसिड का स्तर कम होता है।
  • नसों की सफाई: लहसुन और अदरक ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करते हैं और नसों में जमी अशुद्धियों को हटाते हैं।
  • बेहतर पाचन: यह चटनी पेट को ठंडक देती है और गैस, अपच जैसी समस्याओं को कम करती है।
  • वजन घटाने में सहायक: नींबू और पुदीना मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर फैट बर्निंग में मदद करते हैं।

कैसे और कब खाएं:

  • दिन में दो बार खाने के साथ सेवन करें।
  • चाहें तो इसे दही में मिलाकर रायते की तरह लें।
  • खाली पेट खाने पर असर और बेहतर हो सकता है।
  • अगर यूरिक एसिड की समस्या गंभीर है तो पहले डॉक्टर से सलाह लें।

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। यहां यह बताना जरूरी है कि APN NEWS किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।