आज की तेज़ रफ्तार जिंदगी में फिट रहने के लिए लोग नियमित रूप से जिम जाते हैं। जिम में वर्कआउट करने से न केवल शरीर मजबूत होता है, बल्कि स्ट्रेंथ भी बढ़ती है। कुछ लोग सुबह तो कुछ लोग शाम को जिम जाना पसंद करते हैं। लेकिन यह धारणा है कि शाम को जिम जाना नुकसानदायक हो सकता है। आइए जानते हैं, इस धारणा में कितनी सच्चाई है और इससे जुड़े तथ्य।
Myth: शाम को जिम जाना है नुकसानदायक?
Fact:
शाम को जिम जाने से कोई नुकसान नहीं होता। बल्कि यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। ध्यान रखें कि जिम से पहले हैवी खाना न खाएं और वर्कआउट के बाद पर्याप्त आराम करें।
Myth: शाम को जिम जाने से नींद नहीं आती?
Fact:
शाम को वर्कआउट करने से एड्रेनालाईन का लेवल बढ़ सकता है, जिससे नींद प्रभावित हो सकती है। हालांकि, अगर आप वर्कआउट को सोने से 2-3 घंटे पहले खत्म कर लेते हैं, तो यह आपकी नींद पर कोई नकारात्मक असर नहीं डालेगा।
Myth: शाम को जिम जाने से मांसपेशियों में दर्द होता है?
Fact:
मांसपेशियों में दर्द वर्कआउट के तरीके के कारण होता है, समय के कारण नहीं। यह दर्द सुबह या शाम किसी भी समय वर्कआउट करने के बाद हो सकता है।
Myth: शाम को जिम जाने से पाचन तंत्र खराब होता है?
Fact:
शाम को जिम जाने का पाचन तंत्र पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ता। लेकिन अगर आप जिम से पहले भारी भोजन करते हैं, तो यह पाचन में समस्याएं पैदा कर सकता है।
शाम को जिम जाने के फायदे
तनाव कम करना:
शाम को वर्कआउट करने से दिनभर का तनाव दूर होता है।
बेहतर नींद:
नियमित शाम के वर्कआउट से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है।
मांसपेशियां मजबूत होती हैं:
शाम को एक्सरसाइज करने से मांसपेशियां अधिक प्रभावी तरीके से मजबूत होती हैं।
वजन कम होता है:
शाम के वर्कआउट से कैलोरी बर्न करने में मदद मिलती है।
मूड में सुधार:
वर्कआउट से पॉजिटिविटी बढ़ती है, मूड बेहतर होता है, और सुस्ती दूर होती है।
समय की सुविधा:
सुबह जिम जाने पर समय की कमी हो सकती है, लेकिन शाम को ऑफिस या कॉलेज के बाद अधिक समय मिलता है। इस समय आप रिलैक्स होकर वर्कआउट कर सकते हैं।
शाम को जिम जाना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, जब तक आप सही डाइट और वर्कआउट रूटीन का पालन करते हैं।