Diabetes : स्मोकिंग छोड़ दें तो नहीं रहेगा डायबिटीज का खतरा! WHO की नई रिपोर्ट में हुआ खुलासा…

0
89

Diabetes : वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) की हालिया रिपोर्ट में यह बताया गया है कि धूम्रपान छोड़ने से डायबिटीज का खतरा कम हो सकता है। इंटरनेशनल डायबिटीज फेड्रेशन (आइडीएफ) और यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू कैसल द्वारा की गई रिसर्च में पाया गया है कि स्मोकिंग छोड़ देने से टाइप-2 डायबिटीज का खतरा 30 से 40 प्रतिशत तक कम हो सकता है। आइडीएफ के मुताबिक वैश्विक स्तर पर करीब 537 मिलियन लोग डायबिटीज की समस्या से ग्रसित हैं और यह आंकड़ा साल दर साल बढ़ता ही जा रहा है। बता दें कि डायबिटीज की बीमारी विश्व भर में लोगों की मौत की 9वीं सबसे बड़ी वजह है।

स्मोकिंग दुनिया भर में युवाओं के बीच काफी प्रचलन में नजर आती है। ऐसे में लोगों के बीच स्मोकिंग से जुड़े नकारात्मक पहलू साझा करना बहुत जरूरी हो जाता है। बता दें कि धूम्रपान करने से खून में शुगर का स्तर सामान्य नहीं रह पाता है, जिससे हमारे शुगर लेवल को कंट्रोल करने की क्षमता पर असर पड़ता है। WHO ने टाइप 2 डायबिटीज और स्मोकिंग के संबंध में बयान दिया था। जिसमें बताया गया था कि जो लोग धूम्रपान करते हैं उन्हें डायबिटीज से होने वाली तकलीफें जैसे दिल की बीमारियां, आंखों की रोशनी कम हो जाना, किडनी खराब होना और घाव या चोट का जल्दी न ठीक होना, इत्यादि समस्याएं आगे चलकर और भी गंभीर रूप ले सकती हैं। बता दें, डायबिटीज की बीमारी होने पर पैर तक खोने की नौबत आ सकती है।

Diabetes : दुनियाभर में 95% हैं टाइप-2 डायबिटीज के केस

बता दें, डायबिटीज मुख्य तौर पर 2 तरह की होती हैं। टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज। टाइप 1 डायबिटीज में रोगी का पैंक्रियाज इंसुलिन नहीं बनाता, क्योंकि कोशिकाओं द्वारा बनाया गया इंसुलिन डैमेज हो जाता है। वहीं, टाइप 2 डायबिटीज में रोगी का पैंक्रियाज बहुत अधिक इंसुलिन बनाता है लेकिन रोगी के शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के लिए उस तरह रिएक्शन नहीं देती जैसी देनी चाहिए।

WHO के डेटा के अनुसार, डायबिटीज के टोटल केसों में से 95 प्रतिशत टाइप-2 डायबिटीज के मामले होते हैं। हालांकि अच्छे लाइफस्टाइल और डॉक्टरी सहायता से टाइप-2 डायबिटीज से बचाव किया जा सकता है। आइए जानते हैं और किन चीजों का ध्यान रख के डायबिटीज की समस्या से बचा जा सकता है।

डायबिटीज से बचाव के लिए करें ये काम

हेल्दी डाइट करें फॉलो – लोगों के खान-पान का असर उनकी हेल्थ पर पढ़ता है। इसलिए अपनी रोजमर्रा की डाइट में हरी सब्जियां, फल, प्रोटीन आदि को शामिल करें। अधिक तला-भुना हुआ खाना आपका वजन बढ़ाता है, जिसको अवॉइड करके आप डायबिटीज के जोखिम को कम कर सकते हैं। अगर हो सके तो सादा भोजन- सादा जीवन के मंत्र को अपनी जीवनशैली में उतारें।

रोजाना एक्सरसाइज करें- एक्सरसाइज सिर्फ डायबिटीज से बचाव के लिए जरूरी नहीं है बल्कि आपकी ओवरऑल हेल्थ के नजरिए से भी महत्वपूर्ण है। इसलिए रोजाना 20-40 मिनट अपनी क्षमता अनुसार एक्सरसाइज करें। एक्सरसाइज करने से आपके शरीर में फैट्स की मात्रा तेजी से नहीं बढ़ेगी।

शुगर अवॉइड करें – अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो अपने खाने-पीने में चीनी की मात्रा को कम से कम इस्तेमाल करें। अधिक चीनी का सेवन ब्लड शुगर लेवल को अचानक बढ़ा सकता है। अगर कुछ मीठा खाने का मन कर रहा हो तो सुगेर फ्री खाद्यों का सेवन करें। वहीं, जो लोग डायबिटीज से ग्रसित नहीं हैं उन्हें भी कंट्रोल मात्रा में चीनी को अपने खाने-पीने में ऐड करना चाहिए।

वजन कम करें– वजन ज्यादा होने से डायबिटीज का खतरा और बढ़ जाता है। एक्सरसाइज और हेल्दी डाइट को अपनाकर आप वजन कम कर सकते हैं। हालांकि, डॉक्टर या विषय संबंधी विशेषज्ञों से सलाह लिए बिना किसी भी वजन कम करने वाली डाइट को ना अपनायें।

स्ट्रेस मैनेज करें– यह देखा गया है कि स्ट्रेस और टेंशन की वजह से ओवर इटिंग, हाई बीपी, और लाइफस्टाइल में बदलाव जैसी कई दिक्कतें हो सकती हैं। इसलिए स्ट्रेस मैनेजमेंट सीखना बहुत जरूरी हो जाता है। जो डायबिटीज से बचाव में कारगर साबित हो सकता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here