
“डेडलिफ्ट करोगे तो मसल्स उभरेंगे!” जिम में अक्सर ऐसे जुमले सुनाई देते हैं। भारी वजन उठाना जहां ताकत का प्रतीक माना जाता है, वहीं यह एक्सरसाइज अगर गलत तरीके से की जाए तो आपकी रीढ़ की हड्डी को गंभीर चोट पहुंचा सकती है। कई बार लोग बिना किसी गाइडेंस के डेडलिफ्ट करते हैं और खुद को फिट करने के चक्कर में अपनी पीठ की सेहत से खिलवाड़ कर बैठते हैं।
क्या है डेडलिफ्ट और क्यों है ये पॉपुलर?
डेडलिफ्ट एक पावरफुल वेट ट्रेनिंग एक्सरसाइज है जिसमें जमीन से वजन उठाकर खड़े होकर पकड़ा जाता है। यह आपकी बैक, कोर और फोरआर्म्स की मसल्स को टोन करने में मदद करती है। लेकिन इसमें थोड़ा सा भी तकनीकी गड़बड़ आपकी पीठ पर भारी पड़ सकता है।
कहां करते हैं लोग गलती?
- गलत पॉश्चर
जब डेडलिफ्ट करते समय पीठ झुकी हो या बैक सपोर्ट न मिले, तो रीढ़ पर अत्यधिक तनाव आ सकता है, जिससे स्पाइनल इंजरी का खतरा रहता है।
- जरूरत से ज्यादा वजन उठाना
अपनी ताकत से अधिक वज़न उठाना अक्सर बैलेंस बिगाड़ देता है। इसका नतीजा डिस्क पर दबाव और गंभीर चोट हो सकती है।
- वार्मअप की अनदेखी
बिना बॉडी को तैयार किए डेडलिफ्ट शुरू करना मसल्स को झटका दे सकता है और पीठ में अकड़न या खिंचाव हो सकता है।
- लगातार गलत फॉर्म में अभ्यास
- गलत टेक्नीक से बार-बार डेडलिफ्ट करना आपकी रीढ़ को स्थायी नुकसान दे सकता है।
- डेडलिफ्ट से रीढ़ को नुकसान हो रहा है? ऐसे पहचानें संकेत
- कमर के निचले हिस्से में अचानक तेज दर्द।
- खड़े या बैठे रहने में दिक्कत।
- टांगों में झनझनाहट या सुन्नपन।
- चलने में रुकावट महसूस होना।
- कैसे करें डेडलिफ्ट को सुरक्षित तरीके से?
- हमेशा किसी सर्टिफाइड ट्रेनर की निगरानी में डेडलिफ्ट करें।
- वजन धीरे-धीरे बढ़ाएं, जल्दबाजी न करें।
- पीठ को सीधा रखें, छाती ऊपर और कोर मसल्स टाइट हों।
- वार्मअप जरूर करें और ज़रूरत हो तो बैक बेल्ट का इस्तेमाल करें।
- लगातार अभ्यास के बीच ब्रेक लेना न भूलें।
डेडलिफ्ट, अगर सही तकनीक से किया जाए, तो शरीर के लिए वरदान साबित हो सकता है। लेकिन थोड़ी सी लापरवाही आपकी पूरी रीढ़ की सेहत बिगाड़ सकती है। इसलिए फिटनेस की रेस में अंधी दौड़ से बचें, और एक्सरसाइज को समझदारी से करें।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी कुछ मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। किसी भी हेल्थ टिप को अपनाने से पहले फिटनेस एक्सपर्ट या फिजियोथेरेपिस्ट की सलाह लेना उचित रहेगा।