बीते कुछ सालों में कोविड-19 ने हम सभी की ज़िंदगी को गहराई से प्रभावित किया है। भले ही अब अस्पतालों की भीड़ कम हो गई हो, और वैक्सीन की बदौलत गंभीर खतरा टल चुका हो, लेकिन वायरस पूरी तरह गया नहीं है। हल्का बुखार, गला खराब होना, थकान या शरीर दर्द — ये लक्षण अब भी कभी-कभार दस्तक देते रहते हैं।
ऐसे में जरूरी नहीं कि हर बार दवा ली जाए। अगर लक्षण मामूली हैं, तो कुछ सीधे-सादे घरेलू उपाय भी बड़ी राहत दे सकते हैं — वही नुस्खे जो हमारी दादी-नानी बरसों से अपनाते आ रही हैं। ये उपाय ना सिर्फ राहत देते हैं, बल्कि शरीर की प्राकृतिक रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मज़बूत बनाते हैं।
- हल्दी वाला दूध – पुराने जमाने की कारगर दवा
रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीने से संक्रमण से लड़ने की ताकत बढ़ती है। हल्दी के अंदर मौजूद एंटी-वायरल और सूजन कम करने वाले तत्व गले की खराश और बदन दर्द में राहत देते हैं।
- शहद और अदरक – खांसी में राहत का भरोसेमंद नुस्खा
एक चम्मच शहद में आधा चम्मच अदरक का रस मिलाकर दिन में दो बार लें। यह मिश्रण गले को आराम देता है और कफ को घटाता है।
- भाप लेना – बंद नाक और साइनस की राहत के लिए
दिन में दो बार भाप लेने से नाक खुलती है, सिरदर्द में राहत मिलती है और गले की सूजन भी कम होती है। इसे नज़रअंदाज़ न करें, ये सबसे आसान तरीका है सांस नली को साफ रखने का।
- गर्म पानी में नींबू और शहद – इम्यूनिटी बूस्ट करने वाला टॉनिक
सुबह खाली पेट नींबू और शहद के साथ एक गिलास गर्म पानी पीना न केवल शरीर को अंदर से डिटॉक्स करता है, बल्कि रोगों से लड़ने की ताकत भी बढ़ाता है।
- लहसुन – नेचुरल एंटीबायोटिक का रोल निभाता है
सुबह खाली पेट 1-2 कच्ची लहसुन की कलियां चबाने से शरीर वायरस से बेहतर तरीके से लड़ता है। यह एक पुरानी लेकिन असरदार आदत है।
- तुलसी और काली मिर्च का काढ़ा – इम्युनिटी का नेचुरल बूस्टर
तुलसी की पत्तियां, काली मिर्च, अदरक और लौंग को उबालकर बना हुआ काढ़ा पीना कोविड जैसे वायरल संक्रमणों में बहुत राहत देता है। यह न सिर्फ बुखार और गले की खराश को कम करता है, बल्कि आपकी इम्यूनिटी को भी नेचुरल तरीके से मज़बूत करता है।
- आराम और हाइड्रेशन – बिना दवा के भी शरीर खुद को ठीक करता है
हल्के कोविड लक्षणों से जूझते वक्त सबसे जरूरी है कि आप भरपूर आराम करें और खुद को हाइड्रेटेड रखें। पानी, नारियल पानी, सूप या नींबू पानी जैसे तरल पदार्थ पीते रहें ताकि शरीर में ज़हर (toxins) न जमा हो और रिकवरी तेज़ हो।
Disclaimer: यह लेख सामान्य जानकारी पर आधारित है और किसी विशेषज्ञ की सलाह का विकल्प नहीं है। किसी भी घरेलू उपाय को आज़माने से पहले डॉक्टर या स्वास्थ्य विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।