MS Dhoni: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी एक IPS अधिकारी के खिलाफ मद्रास हाईकोर्ट पहुंचे हैं। उन्होंने अफसर के खिलाफ आपराधिक अवमानना मामले में याचिका दाखिल की है। दरअसल, यह याचिका सुप्रीम कोर्ट द्वारा IPL सट्टेबाजी मामले में दिए गए आदेश के खिलाफ टिप्पणी करने के संदर्भ में दाखिल की गई है।
धोनी ने इस मामले में आईपीएस संपत कुमार के खिलाफ याचिका दाखिल की है। इस केस की सुनवाई शुक्रवार को होनी थी, लेकिन समय की कमी होने के कारण ऐसा हुआ नहीं। अब इस मामले की सुनवाई मंगलवार को हो सकती है।
MS Dhoni: यहां जानें पूरा मामला

गौरतलब है कि साल 2013 के इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी का मामला आया था ये केस उसी से जुड़ा है। इस केस की जांच आईपीएस संपत कुमार ने की थी। आईपीएस ऑफिसर ने इस मामले में महेंद्र सिंह धोनी के खिलाफ टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि धोनी 2013 के आईपीएल मैंचों में हुई सट्टेबाजी और स्पॉट फिक्सिंग में शामिल थे। उनकी इस बयानबाजी के खिलाफ ही धोनी कोर्ट पहुंचे हैं।
उन्होंने इस बयान के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। धोनी ने इस आईपीएस की बयानबाजी के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया है। इसके अलावा उन्होंने एक निजी चैनल के खिलाफ भी मानहानि का केस किया था। धोनी की पुरानी याचिका के बाद कोर्ट ने संपत और दूसरे पक्षों के को धोनी के खिलाफ कोई भी मानहानिकारक बयान देने से रोकने के लिए एक अंतरिम निषेधाज्ञा लागू की थी।

इसके बाद दिसंबर 2021 मं संपत ने लिखित आवेदन देकर मानहानि का मामला रद्द करने के लिए अनुरोध किया। टिप्पणी में उन्होंने कहा था कि एक सूट के माध्यम से उनकी आवाज दबाने की कोशिश की जा रही है।
अब धोनी ने संपत के उस आवेदन को ही आधार बनाकर उनके खिलाफ अवमानना का केस दायर कर दिया है। धोनी ने याचिका में कहा कि आईपीएस अधिकारी ने अपनी लिखित प्रतिक्रिया में ऐसी टिप्पणी की है, जिससे उनके मान-सम्मान को हानि पहुंचती है।
MS Dhoni के पक्ष का कहना है कि इस हलफनामे में न्यायपालिका और मद्रास हाईकोर्ट के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की गई। धोनी की याचिका में कहा गया कि संपत कुमार का बयान न्यायपालिका पर एक आम आदमी के भरोसे को हिलाने वाला है। उनके द्वारा लिखित में दिए गए स्टेटमेंट कोर्ट की अथॉरिटी को नीचा दिखते हैं। ये बयान न्यायपालिका के एडमिनिस्ट्रेशन में हस्तक्षेप और बाधा पहुंचाने का भी प्रभाव रखते हैं।
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