Kerala Court on Sexual Harassment: केरल की एक स्थानीय अदालत ने बुधवार को लेखक सिविक चंद्रन को यौन उत्पीड़न के एक मामले में जमानत दे दी। मामले में अदालत ने यह पाया कि अगर किसी महिला ने उत्तेजित करने वाली पोशाक पहनी है, तो भारतीय दंड संहिता (यौन उत्पीड़न) की धारा 354 ए प्रथम दृष्टया लागू नहीं होगी।
कोझीकोड सत्र न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश एस. कृष्णकुमार ने फैसला सुनाया कि शिकायतकर्ता द्वारा दायर मामले को साबित करने के लिए अपर्याप्त अभियोजन साक्ष्य थे। सत्र न्यायालय ने नोट किया कि चंद्रन द्वारा अपनी जमानत अर्जी के साथ जमा की गई तस्वीरों से संकेत मिलता है कि ‘महिला की पोशाक की शैली यौन उत्तेजक है’।
Kerala Court on Sexual Harassment: कोर्ट ने आगे कहा कि अदालत को यह विश्वास करना कठिन लगा कि एक 74 वर्षीय शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्ति “शिकायतकर्ता को जबरन पकड़ सकता है, उसे अपनी गोद में ले सकता है और उसके स्तनों को दबा सकता है”।
अनुसूचित जनजाति समुदाय की एक महिला ने इस साल अप्रैल में कोयिलैंडी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें चंद्रन पर 8 फरवरी, 2020 को एक कार्यक्रम में उसका यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था।
कोझीकोड सत्र न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश एस. कृष्णकुमार ने फैसला सुनाया कि शिकायतकर्ता द्वारा दायर मामले को साबित करने के लिए अपर्याप्त अभियोजन साक्ष्य थे। सत्र न्यायालय ने नोट किया कि चंद्रन द्वारा अपनी जमानत अर्जी के साथ जमा की गई तस्वीरों से संकेत मिलता है कि ‘महिला की पोशाक की शैली यौन उत्तेजक है’।
कोर्ट ने आगे कहा कि अदालत को यह विश्वास करना कठिन लगा कि एक 74 वर्षीय शारीरिक रूप से अक्षम व्यक्ति “शिकायतकर्ता को जबरन पकड़ सकता है, उसे अपनी गोद में ले सकता है और उसके स्तनों को दबा सकता है”।
अनुसूचित जनजाति समुदाय की एक महिला ने इस साल अप्रैल में कोयिलैंडी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें चंद्रन पर 8 फरवरी, 2020 को एक कार्यक्रम में उसका यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था।
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Kerala Court on Sexual Harassment: 2 वर्ष पूर्व दर्ज की थी शिकायत
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उसने अपनी शिकायत में आगे आरोप लगाया कि हमले के बाद भी चंद्रन उसे लगातार फोन पर परेशान करता रहा। हालांकि शिकायत दो वर्ष पूर्व दर्ज की गई थी, पहली सूचना रिपोर्ट जुलाई, 2022 में दर्ज की गई थी। महिला ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज कराया है।
चंद्रन के खिलाफ पहले भी इसी तरह का मामला दर्ज किया गया था, जब एक महिला ने 74 वर्षीय लेखक पर कोयिलैंडी में एक पुस्तक के विमोचन के दौरान उसका यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था। लेखक पहला मामला दर्ज होने के बाद से फरार है। पहले मामले में उन्हें 2 अगस्त 2022 को अग्रिम जमानत दी गई थी। उसी दिन चंद्रन ने जमानत के लिए सत्र न्यायालय का रुख किया।
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