Pune Bus Rape Case: महाराष्ट्र के पुणे स्थित स्वारगेट बस डिपो में महिला के साथ बस के अंदर हुए कथित रेप केस ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस मामले को लेकर आरोपी की तलाश तेज कर दी गई है, वहीं फरार अपराधी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग भी बढ़ती जा रही है। इस बीच, भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश (CJI) डी. वाई. चंद्रचूड़ (Former CJI D.Y Chandrachud) ने इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए महिलाओं की सुरक्षा को लेकर अहम बयान दिया।
पूर्व सीजेआई चंद्रचूड़ बोले – ‘सिर्फ कानून बनाने से कुछ नहीं होगा’
पूर्व चीफ जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़ ने गुरुवार (27 फरवरी, 2025) को कहा कि निर्भया कांड के बाद देश में कई कड़े कानून बनाए गए, लेकिन सिर्फ कानून बना देने से ही ऐसे अपराध नहीं रुकते। उन्होंने कहा, “महिलाओं के लिए बनाए गए कानूनों का सही तरीके से क्रियान्वयन होना चाहिए। उन्हें हर जगह सुरक्षित महसूस करने का अधिकार है। पुलिस और न्याय व्यवस्था की यह जिम्मेदारी बनती है कि वे ऐसी घटनाओं को रोकें। उचित जांच, कड़ी कार्रवाई, त्वरित सुनवाई और दोषियों को सख्त सजा देना बहुत जरूरी है।”
ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि उनके इस बयान के बाद पुलिस और प्रशासन पर महिला सुरक्षा को लेकर और अधिक दबाव बढ़ गया है।
आरोपी पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित
इस घटना को लेकर पुलिस की कार्रवाई भी तेज हो गई है। पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी की पहचान 37 वर्षीय हिस्ट्रीशीटर दत्तात्रेय रामदास गाडे के रूप में हुई है।
पुणे के पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि आरोपी के ठिकाने की जानकारी देने वाले को 1 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक पुलिस की कई विशेष टीमें आरोपी की तलाश में जुटी हैं और कहा जा रहा है कि जल्द ही उसकी गिरफ्तारी होगी।
क्या है हैवानियत का ये पूरा मामला?
यह घटना 25 फरवरी 2025, मंगलवार सुबह 5:45 बजे पुणे के सबसे बड़े बस अड्डे, स्वारगेट स्थित महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) डिपो में हुई।
6 पॉइंट्स में जानें वारदात की पूरी कहानी:
- पीड़िता बस का इंतजार कर रही थी, जब आरोपी ने उसे ‘दीदी’ कहकर बातचीत में उलझाया और बताया कि जिस बस से उसे जाना है, वह दूसरी जगह पर खड़ी है।
- आरोपी ने महिला को भरोसा दिलाया कि वह उसे सही बस तक पहुंचा देगा।
- आरोपी उसे एक खाली ‘शिव शाही’ एसी बस में ले गया, जिसकी लाइटें बंद थीं।
- शुरुआत में महिला को संशय हुआ, लेकिन आरोपी ने बस के सही होने का भरोसा दिलाया।
- जैसे ही महिला बस में चढ़ी, आरोपी ने दरवाजा बंद कर दिया और घिनौनी वारदात को अंजाम दिया।
- घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया।
विपक्ष ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
इस घटना के बाद विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधते हुए इसे 2012 के ‘निर्भया कांड’ से जोड़ दिया है। महाराष्ट्र की माहयुति सरकार पर कानून-व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
नेता प्रतिपक्ष और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर क्या होनी चाहिए अगली रणनीति?
CCTV निगरानी: सभी सार्वजनिक बस अड्डों और वाहनों में कैमरे लगाने की सख्त जरूरत।
प्रशासनिक सख्ती: बस डिपो और सार्वजनिक स्थानों पर गार्ड की तैनाती और महिलाओं के लिए हेल्पलाइन सेवा को और प्रभावी बनाया जाए।
सख्त कानूनों का सही क्रियान्वयन: जैसे पूर्व CJI चंद्रचूड़ ने कहा, सिर्फ कानून बनाने से कुछ नहीं होगा, उनका सही तरीके से पालन भी होना चाहिए।
पुलिस का कहना है कि आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा और इस मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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