उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार कड़े फैसलों के माध्यम से राज्य को सुधारने में लगे है। इसी क्रम में योगी की नजर अब राज्य की शिक्षा व्यवस्था में सुधार पर है। सीएम योगी ने कोचिंग चलाने वाले सरकारी शिक्षकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने का निर्देश दिया। साथ ही नकल पर रोकथाम के लिए उन्होंने दागी परीक्षा केंद्रों को चिन्हित कर ब्लैक लिस्ट करने के आदेश दिए इसके अलावा ऐसे केंद्र के पर्यवेक्षकों के खिलाफ एफआइआर भी दर्ज कराने की बात कही है।
शिक्षा में सुधार के लिए योगी के सूत्र-
- नकल करवाने वाले केंद्रों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। नकल पर हर हाल में रोक लगाई जाएगी।
- प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था सुधारने के लिए नकल माफियाओं से निपटना होगा।
- विद्यालयों में अधिकतम 200 दिन के अंदर कोर्स पूरा कराने के लिए कहा।
- शिक्षकों की उपस्थिति की लगातार मॉनिटरिंग होगी।
- सभी विद्यालयों में शिक्षकों और छात्रों की नियमित उपस्थिति की निगरानी बायोमेट्रिक मशीन के जरिए करने के निर्देश दिए। विद्यालयों में नियमित पढ़ाई सुनिश्चित की जाएगी।
- परीक्षाओं को 15 दिन में पूरा करके अगले 15 दिन के अंदर उनके परिणाम देने की संभावना तलाशने के भी निर्देश अधिकारियों को दिए।
- उन्होंने बेसिक शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि अगले 100 दिन के अंदर निर्धारित किए गए लक्ष्यों को हर हाल में पूरा कर लें।
- परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को हर हाल में 10 जुलाई तक किताबें, यूनीफार्म और बैग बंट जाने चाहिए।
- राज्य स्तर पर सभी विश्वविद्यालयों में एक समान पाठ्यक्रम लागू करते हुए विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों के सत्रों को नियमित किया जाएगा। उच्च शिक्षण संस्थाओं में शिक्षकों की कमी को दूर करने के निर्देश।
- निजी स्कूलों और कॉलेजों द्वारा मनमानी फीस वसूली पर रोक लगाने के लिए एक नियमावली बनाने के निर्देश दिए।
- बालिकाओं को आत्मरक्षा के लिए समर्थ बनाने के मकसद से रानी लक्ष्मीबाई आत्मरक्षा कार्यक्रम तथा योग शिक्षा कार्यक्रम को अनिवार्य बनाने के निर्देश।
- आईटीआई संस्थानों में पुराने ट्रेडो को समाप्त कर आधुनिक जरूरतों के अनुरूप नए ट्रेड शुरू करने के निर्देश।
राज्य की शिक्षा व्यवस्था में काफी सुधार की आवश्यकता: मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ#Education pic.twitter.com/yRXkveciF3
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) April 4, 2017