यूं तो विधानसभा चुनावों के रैलियों का शोर थम चुका है और सबको अब 11 मार्च का इंतजार है। पिछले कुछ दिनों में तो जैसे नेताओं के बीच चुनावी रैलियों की होड़ सी लगी हुई थी। कुर्सी पर किसका राज होगा? ये तो 11 मार्च को ही पता चलेगा, लेकिन रैलियों की होड़ का नतीजा जरुर आ गया है।
इस होड़ के विजेता बने हैं प्रदेश के मुख्यमंत्री यानि अखिलेश यादव। गौरतलब है कि चुनावों में अखिलेश ने कुल 221 रैलियां की, यानि ताबड़तोड़ रैलियों की इस जंग में अखिलेश यादव बाजी मार गए। इसी के साथ बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या ने 150 जनसभाएं करके दूसरे नम्बर पर अपना पैर जमाया।
बता दें कि सीएम अखिलेश यादव 24 जनवरी से चुनावी अभियान करने लगे थे और उनकी पहली जनसभा सुल्तानपुर में हुई थी। बीच में 4 दिन छोड़कर उन्होंने हर रोज औसतन सात सभाएं की। 36 दिनों में 221 रैलियां कर चुके अखिलेश ने रोज लगभग ढाई-तीन घंटे हवा में ही हेलिकॉप्टर या प्राइवेट प्लेन में गुजारे। घर में चल रही कलह के बाद अखिलेश पर जिम्मेदारियां बढ़ गई थी। क्योंकि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने मात्र 4 जनसभाएं की वहीं चाचा शिवपाल जसवंतनगर तक ही सीमित रहें। पिछले आंकड़ों के मुताबिक मुलायम सिंह ने 300 से भी ज्यादा चुनावी रैलियां की थी।
प्रधानमंत्री मोदी की बात करें तो यूपी चुनाव में मोदी जी ने 21 रैलियां और रोड शो किए। उन्होंने 4 फरवरी को पहला प्रचार मेरठ में किया था लेकिन मोदी ने अंतिम चरण में संसदीय क्षेत्र वाराणसी में तीन दिन से ज्यादा डटे रहकर सर्वाधिक समय देने का रिकॉर्ड बनाया। इसके अलावा बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कुल 52 सभाएं कीं और करीब 55 घंटे हवा में गुजारे। मायावती ने औसतन दो सभाएं रोज कीं। एक फरवरी से प्रचार शुरू कर उन्होंने करीब 27 दिन औसतन दो घंटे रोज हवा में गुजारे।
इन्होंने ने भी झोंकी अपनी ताकत-
चुनावी रैलियों में और भी दिग्गजों ने तूफानी प्रचार किया, जिनमें बीजेपी से अमित शाह ने तकरीबन 100 रैलियां, योगी आदित्यानाथ ने 80 रैलियां और गृहमंत्री राजनाथ ने 90 के करीब रैलियां की। सपा से स्टार प्रचारक डिंपल यादव ने 33 रैलियां वहीं मुलायम सिंह यादव ने मात्र 4 जनसभाएं की। कांग्रेस पार्टी से राहुल गांधी ने 45 जनसभाएं, राजबब्बर ने 65 और गुलाम नबी आजाद ने 45 रैलियां की। पहली बार सोनिया गांधी ने कोई जनसभा नहीं की और वहीं प्रियंका गांधी वडेरा ने मात्र 2 ही जनसभाएं करके अपना दम दिखाया।