विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि 31 जनवरी और 1 फरवरी को होने वाली धर्म संसद में राम मंदिर मुद्दा प्रमुख होगा। उन्होंने कहा है कि राम मंदिर का मुद्दा संतों के बीच रखा जाएगा और संत ही तय करेंगे कि आगे क्या और कैसे किया जाए, क्योंकि यह आंदोलन संतों का ही आन्दोलन है।
सबरीमाला मुद्दे पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में कोर्ट को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। सबरीमाला दक्षिण का अयोध्या बन चुकी है। उन्होंने कहा कि हम सबरीमाला के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। इसमें 5 लोगों की मौत हो चुकी है और आगे भी आंदोलन जारी रहेगा।
उन्होंने कहा 2 महीने से हजारों की संख्या में कार्यकर्ता सड़क पर उतर रहे हैं विरोध हो रहा है लेकिन सरकार उसे कुचलने में लगी है। अब इस मुद्दे को लेकर पूरे देश में आंदोलन होगा। विहिप के विस्तार पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि अब हम 28 देशों तक पहुंच चुके हैं।
हंगरी और कोलंबिया जैसे देशों में भी विहिप पहुंच चुकी है। अब बजरंग दल के 32 लाख और दुर्गा वाहिनी की 5 लाख से अधिक कार्यकर्ता हैं, जो गोरक्षा, लव जिहाद और धर्मांतरण जैसे मुद्दों पर काम कर रहे हैं।