विजय रूपाणी लगातार दूसरी बार गुजरात के सीएम बन गए हैं। एक भव्य समारोह में राज्यपाल ओम प्रकाश कोहली ने रूपाणी और अन्य मंत्रियों को शपथ दिलाई। इस दौरान पीएम मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत अनेक केंद्रीय मंत्री और एनडीए शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री उपस्थित रहें।
मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने गुजराती में शपथ लिया। वह शपथग्रहण से पहले मंदिर भी गए। उन्होंने शपथ ग्रहण के दौरान भगवा रंग की सदरी और भगवा रंग का गमछा भी पहन रखा था।
मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रीमंडल में जातिय और क्षेत्रीय समीकरणों का पूरा ख्याल रखा है। उनके मंत्रीमंडल में उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल समेत 6 पाटीदार, 6 ओबीसी, 2 राजपूत, 3 आदिवासी , एक दलित, एक ब्राह्मण और एक जैन विधायक को शामिल किया गया है।
वहीं अगर क्षेत्रीय समीकरणों की बात करें तो उत्तरी गुजरात से 6, सौराष्ट्र से 7, मध्य गुजरात से 2, दक्षिण गुजरात से 5 चेहरों को शामिल किया गया है। इन 19 मंत्रियों में 9 कैबिनेट और 11 राज्य मंत्री शामिल है। अगर महिला प्रतिनिधित्व की बात की जाए तो सिर्फ एक महिला को इस मंत्रीमंडल में जगह दी गई है। विभावरी देवी भावनगर पूर्व से विधायक होने के साथ-साथ मंत्रीमंडल में एकमात्र महिला चेहरा हैं। वह इससे पहले भावनगर की विधायक भी रह चुकी हैं।
आपको बता दें कि शपथग्रहण स्थल पर मुख्य मंच सहित तीन मंच बनाए गए थे। ये मंच साधुओं और विधायकों के बैठने के लिए बनाया गया था. शपथग्रहण समारोह में स्वामीनारायण संप्रदाय साधुओं ने प्रमुख रूप से हिस्सा लिया। गुजरात की राजनीति में इन साधुओं का बहुत महत्व रहा है। कहा जाता है कि गुजरात में जिसकी भी सत्ता रही है वो स्वामीनारायण संप्रदाय के साथ रहा है।