देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर तो सवाल उठते ही रहते हैं। साथ ही आए दिन रेप, हत्या, घूसखोरी जैसे मामले प्रकाश में आते रहते हैं जिससे यूपी की खोखली कानून व्यवस्था की पोल भी खुल जाती है। इसी कड़ी में सोशल मीडिया पर शुक्रवार को सामने आई कुछ तस्वीरों ने उत्तर प्रदेश पुलिस की छवि को और ज्यादा धूमिल करके रख दिया है। वायरल हो रही तस्वीरों में दावा किया जा रहा है कि यूपी पुलिस
किस शख्स से कितनी रिश्वत ले रही है। इन तस्वीरों ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा कर रख दिया है जिसके बाद नोएडा एसएसपी ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं।
इन तस्वीरों को यूपी पुलिस का रिश्वत का ‘रेट कार्ड‘ बताया जा रहा है। जिसमें लिखा है कि पुलिसवालों को किस शख्स से कितने रुपये लेने हैं, साथ ही यह भी लिखा है कि किस पुलिस अधिकारी को कितने रुपये देने हैं। इस मामले का संज्ञान लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गौतमबुद्धनगर ने स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप का हिस्सा रहे 18 अफसरों का ट्रांसफर कर दिया, यह उनके डिमोशन की तरह है।
ह्वाट्स ऐप पर बाकायदा रेट कार्ड जारी किया गया है। जिसमें बताया जा रहा है कि पुलिस त्योहारों के मौके पर किस तरह से इलाके के व्यापारियों और कारोबारियों से धनउगाही करती है। ह्वाट्स ऐप में लिखे गए संदेश में स्पष्ट तौर पर जिक्र है कि होटल मालिकों, कारोबारियों को कितना पैसा देना है। रिश्वत की ये रकम किस अनुपात में किन किन लोगों तक जानी है। भ्रष्टाचार का ये आरोप 18 स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप पर लगा है।