भारत में इस समय फेक न्यूज को लेकर बड़ा बवाल मचा हुआ है। एक फेक न्यूज सिर्फ फेक इन्फॉर्मेशन ही नहीं देता बल्कि हाल ये हो गया है कि अब वो अप्रत्यक्ष रूप से विवाद और हिंसा का भी साधन बनता जा रहा है। सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने वॉट्सऐप के सीईओ क्रिस डेनियल से मंगलवार को यहां मुलाकात की। उन्होंने कंपनी को मॉब लिंचिंग, फेक न्यूज और बदले की भावना से भेजे गए अश्लील संदेशों को रोकने के लिए तकनीकी उपाय तलाशने को कहा है। रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘क्रिस डेनियल्स के साथ मेरी सकारात्मक बातचीत हुई। असाधारण तकनीकी जागरुकता के लिए मैंने उनका धन्यवाद दिया क्योंकि शिक्षा, स्वास्थ्य, खेती-किसानी के लिए सूचना और केरल में राहत कार्य के लिए वाट्सएप ने देश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ये सकारात्मक विकास हैं।’
बता दें कि सरकार ने व्हाट्सएप को आज सख्ती से कहा कि उसे यदि भारत में काम करना है तो इसके लिए स्थानीय कंपनी बनानी होगी तथा इस ऐप पर किसी फर्जी संदेश के स्रोत का पता लगाने का तकनीकी समाधान तलाशना होगा। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ‘फेसबुक के स्वामित्व वाली वाट्सएप मैसेंजिंह एप के भयावह परिणाम भी हुए क्योंकि इससे मॉब लिंचिंग, प्रतिशोध पॉर्न जैसी उत्तेजक हिंसा भी बढ़ी है। इसलिए आपको इन चुनौतियों से निपटने के लिए समाधान खोजने होंगे।’
सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उन्होंने वाट्सएप को भारत में एक स्थानीय उपक्रम स्थापित करने, शिकायत अधिकारी नियुक्त करने और मैसेजिंग एप पर फेक मैसेज की जड़ों तक पहुंचने के लिए तकनीकी समाधान निकालने को कहा है। केंद्रीय मंत्री के अनुसार, वाट्सएप के सीईओ ने उनसे वादा किया है कि वे इन मुद्दों को देखेंगे और समाधान निकालेंगे। वाट्सएप के सीईओ क्रिस डेनियल्स 5 दिनों के भारत दौरे पर हैं।