पटना में आयोजित उद्यमिता शिखर सम्मेलन के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से राज्य के दो युवकों को सवाल पूछना महंगा पड़ गया। हुआ यूं कि जब सीएम नीतीश मंच से लोगों को संबोधित कर रहे थे तो उस दौरान वहां खड़े दो उद्यमी युवको ने स्टार्टअप को लेकर उनसे प्रश्न कर दिया। जिसके बाद वहां खड़े पुलिस अधिकारियों को यह बात नागवार गुजरी और उन्होंने उन दोनों युवको को हिरासत में पटना के गांधी मैदान थाने ले आए और उनसे सात घंटे तक पूछताछ की गई। इस दौरान थाने से निकलने के बाद दोनों युवको का कहना है कि “हिरासत में लिए जाने के बाद वहां उपस्थित आला अधिकारियों ने उन्हे मानसिक रुप से प्रताड़ित किया और साथ ही उनकी पत्नी से भी पूछताछ की।“इसके बाद अधिकारियों ने उनसे पीआर ब्रांड भरवाकर उन्हें छोड़ा।
वहीं दूसरी ओर इस घटनाक्रम को लेकर पटना के एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि मंगलवार को गांधी मैदान में हुए कार्यक्रम में इन दोनों युवको जिनमें से एक का नाम सुरेश कुमार और दूसरे का नाम निमी कुमार है। दोनों बेगूसराय के निवासी है। इन्होंने कार्यक्रम में बाधा डालने की कोशिश की थी, जिसके बाद पुलिस ने इन्हे हिरासत में लेकर सात घंटे तक पूछताछ की। इस दौरान पुलिस टीम ने किसी भी प्रकार से इन्हे प्रताड़ित नहीं किया। एसएसपी ने युवको के प्रताड़ित करने की बात का खंड़न किया है।
तो इसी क्रम में राज्य के उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह ने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा कि “हो सकता है कि पुलिस ने शक के आधार इन दोनों से पूछताछ की हो।“ पुलिस पुराने मामले को लेकर किसी से भी पूछताछ कर सकती है, यह उनका काम है।