भारती की पहली सेमी बुलेट ट्रेन, ‘ट्रेन18’ को अब ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ नाम से जाना जाएगा। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने आज इस नाम का एलान किया। यह ट्रेन दिल्ली से बनारस के बीच चलेगी। अब जल्द ही प्रधानमंत्री मोदी के हरी झंडी दिखाने के बाद यह ट्रेन पटरियों पर दौड़ती दिखाई देगी।
वाराणसी से नई दिल्ली के बीच चलने वाली इस ट्रेन का किराया अन्य ट्रेनों से कहीं ज्यादा होगा। भारत की सबसे तेज गति से चलने वाली इस ट्रेन का किराया शताब्दी एक्सप्रेस के किराए से करीब 40 से 50 फीसदी ज्यादा होगा।
इस ट्रेन में एग्जिक्यूटिव क्लास के टिकट के लिए यात्री को 2,800 से 2,900 रुपए तक देना होगा। वहीं चेयर कार का किराया भी 1,600 से 1,700 रुपए के बीच निर्धारित किया जा सकता है। तेज गति के मामले में भी यह ट्रेन सभी ट्रेनों को काफी पीछे छोड़ रही है।
आठ घंटे में 755 किलोमीटर का सफर करने वाली यह ट्रेन कानपुर और प्रयागराज होते हुए गुजरेगी। दिल्ली से वाराणसी के बीच इस ट्रेन के सिर्फ यही दो स्टॉपेज होंगे। फिलहाल इतनी दूरी तय करने में मौजूदा सबसे तेज ट्रेन को करीब 11 घंटों का समय लगता है।