भारत का पुराना दुश्मन और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को लेकर देश में स्थितियां कुछ असमंजस सी हैं। एक तरफ सरकार दाऊद को अपने शिकंजे में लेकर बड़ी सफलता हासिल करना चाहती है तो खुद दाऊद ही अपने आप को गिरफ्तार करवाना चाहता है लेकिन उसकी शर्त है कि उसको ऑर्थर रोड जेल में बंद किया जाए। वहीं दूसरी तरफ दाऊद के भाई इकबाल कासकर ने ठाणे की कोर्ट में बताया कि उसने अपनी गिरफ्तारी से पहले दाऊद इब्राहिम से फोन पर बात की थी। इसपर जज ने कहा कि वह दाऊद इब्राहिम का फोन नंबर बताए। इसके बाद कासकर ने सफाई दी कि जिस नंबर से फोन आया था वह उसके फोन पर डिस्प्ले नहीं हो रहा था।

अंडरवर्ल्ड सरगना दाऊद इब्राहिम के बारे में जाने-माने वकील श्याम केसवानी का कहना है कि ‘दाऊद इब्राहिम की मांग है कि उसे गिरफ्तारी के बाद उच्च सुरक्षा वाली मुंबई की आर्थर रोड सेंट्रल जेल में ही रखा जाना चाहिए।’ केसवानी ने ये भी कहा कि ‘दाऊद ने कुछ साल पहले मशहूर वकील राम जेठमलानी के द्वारा भी अपनी यह इच्छा सरकार को बताई थी, लेकिन भारत सरकार ने वापसी के लिए उसकी किसी भी मांग को मानने से इंकार कर दिया।’ बता दें कि आर्थर रोड सेंट्रल जेल, वही जेल है, जिसमें पाकिस्तानी आतंकवादी और मुंबई हमलों में जिंदा पकड़ा गया आतंकी अजमल कसाब 4 सालों तक बंद था, उसके बाद इसी जेल में उसे फांसी दे दी गई थी।

वहीं दूसरी तरफ दाऊद के भाई कासकर का कहना है कि उसे यह नहीं पता है कि दाऊद फिलहाल कहां है। ठाणे पुलिस ने इकबाल कासकर और उसके गैंग के सदस्यों के खिलाफ पिछले साल दर्ज फिरौती के तीसरे मामले में इकबाल कासकर के लिए पुलिस हिरासत की मांग की है। वकील श्याम सुंदर केसवानी ने कोर्ट से कहा कि कासकर को डायबिटीज और पैर में चोट की वजह से इलाज की जरूरत है।  इसपर जज ने कासकर को 9 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश देते हुए कहा कि उसका किसी सरकारी अस्पताल में इलाज कराया जाए।

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