रोजी-रोटी की तलाश में खानाबदोश की जिंदगी जीने वाले परिवार की बहू-बेटियों पर अपराधियों की नजरें टिक गई हैं। अपराधी न सिर्फ बहू-बेटियों का खुद शारीरिक शोषण कर रहे है बल्कि कारोबारियों और पैसेवालों को ब्लैकमेल करने के लिए इनका इस्तेमाल भी कर रहे हैं। विरोध करने पर जान से मारने की धमकियां भी देते हैं। ये मामला तब सामने आया, जब मथुरा में एक पीड़ित परिवार ने जन सुनवाई के दौरान पुलिस के अधिकारियों के सामने सुरक्षा और न्याय की गुहार लगाई।

घूमंतु समुदाय से ताल्लुकात रखने वाली इन महिलाओं का दर्द सुनने वाला कोई नहीं है। रोजी रोटी की तलाश में खानाबदोश की जिंदगी गुजर करने वाली इन महिलाओं की इज्जत तार-तार हो रही है। इन्हें हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है और ऐसा कर रहा है ओमी नामक ये शातिर अपराधी। मथुरा में सड़क किनारे रहने वाली इन महिलाओं पर ओमी की शातिर नजर पड़ी तो उसने अपने अपराध को अंजाम देते हुए इनका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। महिलाओं की मानें तो ओमी उन्हें जबरन अपने धंधे में शामिल करता है। उनका शोषण करता है। विरोध करने पर उन्हें और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी देता है।

आगरा में बैठ कर गिरोह चला रहा ओमी इन महिलाओं का इस्तेमाल व्यापारियों और पैसेवालों से पैसे ऐंठने में करता है। ओमी का मॉडस ऑपरेंडी बहुत ही खतरनाक है। वो इन महिलाओं से अपने टारगेट के खिलाफ थाने में रेप का केस दर्ज करवाता है और फिर मोटी रकम लेकर केस में सुलह भी कराता है। ये काम करने के लिए वो महिलाओं को भी 15 हजार रुपये देता है। महिलाएं इस दलदल में पड़ना नहीं चाहती, लेकिन ओमी की धमकी और रसूख के आगे वो कुछ कर भी नहीं पाती। ऐसा नहीं है कि महिलाओं ने हिम्मत नहीं दिखाई है।

कुछ महिलाओं ने तो कोर्ट में भी बयान दिए हैं। जिन लोगों के खिलाफ रेप के आरोप लगाए थे। उन्हें पहचानने से भी इनकार कर दिया था। लेकिन इसका नतीजा हुआ कि ओमी ने उन्हें बहुत तड़पाया, बहुत सताया और पुलिस कुछ नहीं कर पाई तो उन्हें चुप रहना पड़ा। ओमी जबरन घूमंतु समाज की बहू-बेटियों को इस धंधे में धकेलता है। न चाहते हुए भी उन्हें ओमी के इशारे पर काम करना पड़ता है। पुलिस के पास आने की बहुत कम लोग ही हिम्मत दिखा पाते हैं। हों भी क्यों नहीं। पुलिस अपराध को इस क्षेत्र और उस क्षेत्र के नजरिए से जो देखती है।

इन महिलाओं से वेश्वावृति कराने का आरोपी ओमी पहले मथुरा के गोवर्धन थाना क्षेत्र में बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं से भीख भी मंगवाता था। इस मामले में उसके खिलाफ केस भी दर्ज किया गया था। पुलिस ने जब सख्ती की तो उसने वो धंधा छोड़कर महिलाओं की आबरू की कीमत लगाने का धंधा शुरू कर दिया। जाहिर है, इस धंधे में ओमी अकेले नहीं होगा, पर अधिकारियों के साथ ही सफेदपोश नेताओं का हाथ भी होगा क्योंकि इस तरह के मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या पीड़ितों को न्याय मिल पाएगा। पुलिस मामले की तहकीकात इमानदारी और निष्पक्षता से कर पाएगी।

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