इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों में छेड़छाड़ कर दिखाने की चुनौती में भाग लेने की आज आखिरी तारीख है और अब तक किसी भी पार्टी का नामांकन नहीं हुआ है।   जो लोग इवीएम की विश्वसनीयता पर अब तक सवाल उठा रहे थे वो अब चुप्पी साध कर बैठे हैं। चुनाव आयोग का आदेश है कि हैकथॉन  में इवीएम हैक करने का मौका उन्हीं राजनीतिक दलों को मिलेगा जो 26  मई यानी आज शाम 5 बजे तक अपना रजिस्ट्रेशन करवा लेंगे।

गौरतलब है कि यूपी विधानसभा चुनाव  के बाद बसपा,सपा,आप समेत कई राजनीतिक पार्टियों ने ईवीएम में गड़बड़ी होने की शिकायत की थी। चुनाव आयोग ने इन्हीं शिकायतों के मद्देनजर सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को ईवीएम हैक करने की चुनौती देते हुये ऐसा कर दिखाने को आमंत्रित किया है। आपको बता दें कि ईवीएम को हैक करने की चुनौती 3  जून से शुरू होने जा रही है।  इसके लिये सभी सात राष्ट्रीय दलों और 49 राज्य स्तरीय दलों को आमंत्रित किया गया है। चुनाव आयोग ने सभी पार्टियों से कहा है कि “आप अपने तीन एक्सपर्ट लाइए और हमारे  ईवीएम को हैक कर के दिखाइए।” पर अभी तक किसी भी पार्टी से किसी एक्सपर्ट हैकर का नाम नामांकित नहीं हुआ है।

आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी ने अपने एक्सपर्ट का नाम तो नहीं नामांकित करवाया है पर इवीएम में टेंपरिंग साबित करने के लिए मदर बोर्ड में बदलाव करने की इजाजत मांगी, जिसके लिए चुनाव आयोग ने उन्हें मना कर दिया। इस पर आयोग ने कहा कि “मदर बोर्ड बदलना नई मशीन बनाने जैसा है जिसकी इजाजत हम नहीं दे सकते।” बहरहाल अब देखना यह होगा कि शाम तक कौन कौन सी पार्टी हैकथॉन के लिए नामांकित होती  है और किसका हैकर चुनाव आयोग के इवीएम को हैक कर पाता है।

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