महाभारत में भगवान श्री कृष्ण ने धर्म के बारे में बताया था कि धर्म क्या है?  उन्होंने परिस्थितियों का भी उदाहरण दिया था कि आखिर कैसे अगर हम किसी धर्म संकट में फंसे तो उससे उबर पाएं। लेकिन जैसा कि आज का हमारा समाज है कि लोग राम को पूजते हैं लेकिन उनके जीवन को नहीं। लोग श्रीकृष्ण को पूजते हैं लेकिन उनके उपदेशों को नहीं। लोग गांधी को याद करते हैं लेकिन उनके कथनों को नहीं। कुछ वैसा ही महान पंडित श्री श्री रविशंकर का भी हाल है। उन्होंने कहा कि अगर अयोध्या विवाद नहीं सुलझा तो देश में सीरिया जैसे हालात पैदा हो जाएंगे। श्री श्री ने कहा, इस देश के भविष्य को ऐसे चंद लोग जो संघर्ष पर ही अपना अस्तित्व समझते हैं, उनके हवाले मत करिए। यहां शांति रहने दीजिए। हमारे देश को सीरिया जैसे नहीं बनाना चाहिए। ऐसी हरकत यहां हो जाए तो सत्यानाश हो जाएगा।

अब यह बात उन्होंने किस संदर्भ में कही ये तो वही बताएंगे। क्योंकि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है और हिंदू और मुसलमानों को सुप्रीम कोर्ट का फैसले का सम्मान है। ऐसे में अगर कुछ कट्टरवादी लोग कोर्ट के फैसले का विरोध भी करते हैं तो सरकार और प्रशासन क्या करेंगी। ऐसे में सीरिया जैसी स्थिति के उत्पन्न होने जैसी बात का अर्थ क्या है, ये श्री श्री ही जानें। श्री श्री ने आगे कहा है कि अयोध्या मुस्लिमों का धार्मिक स्थल नहीं है। उन्हें इस धार्मिक स्थल पर अपना दावा छोड़ कर मिसाल पेश करनी चाहिए।’ उन्होंने कहा कि फैसला कोर्ट से आया तो भी कोई राजी नहीं होगा। अगर फैसला कोर्ट से होगा तो किसी एक पक्ष को हार स्वीकार करनी पड़ेगी। ऐसे हालात में हारा हुआ पक्ष अभी तो मान जाएगा, लेकिन कुछ समय बाद फिर बवाल शुरू होगा। जो समाज के लिए अच्छा नहीं होगा।

श्री श्री रविशंकर ने मामले को कोर्ट के बाहर हल करने की अपील की है। हालांकि उनका इस मामले में हस्तक्षेप करने से कई मुस्लिम संगठन और हिंदू संगठन भी नाराज हैं क्योंकि अयोध्या जमीन मामले में कानूनी रूप से उनका कोई संबंध नहीं है। वहीं इस मामले में भाजपा के पूर्व सांसद और राम जन्मभूमि न्यास से जुड़े डॉ राम विलास वेदांती ने आर्ट ऑफ़ लिविंग के मुखिया आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के अयोध्या में प्रवेश पर सरकार से प्रतिबंध करने की मांग की है। वेदांती ने कहा है कि श्रीश्री रविशंकर का अचानक राम प्रेम किसी के गले नहीं उतर रहा है और उन्हें श्री राम जन्मभूमि के नाम पर व्यापार नहीं करने दिया जाएगा। वहीं सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड के चेयरमैन सैयद वसीम रिजवी ने कहा है कि भारत में सीरिया जैसी स्थिति पैदा नहीं हो सकती, क्योंकि यहां के हिंदू और मुसलमान दोनों ही धर्मनिरपेक्ष हैं।

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