आखिर कार बिहार चुनाव के साथ जुड़ा सस्पेंस खत्म हो गया है। बिहार चुनाव के साथ देश की 64 विधानसभा और एक लोकसभा सीटों पर उपचुनाव होगा. यह ऐलान चुनाव आयोग ने किया है. चुनाव आयोग ने कहा कि 29 नवंबर से पहले बिहार में विधानसभा चुनाव करा लिया जाएगा।
इससे पहले खबरें आई थीं कि बिहार में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर भाजपा नेताओं का दौरा 6 सितंबर के बाद शुरू होगा। बिहार में चुनाव करीब आ रहे हैं, लेकिन कोराना संक्रमण और लॉकडाउन के कारण नेताओं का दौरा प्रभावित हो रहा है। सूत्रों के मुताबिक आने वाले दिनों में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित अन्य केंद्रीय मंत्रियों के राज्य के दौरे पर जाने की संभावना है। चुनाव में विभिन्न नेताओं की भूमिका और जिम्मेदारी तय करने के लिए जमीनी स्तर पर सर्वे का काम चल रहा है।

कांग्रेस भी इस बार खुल के लड़ने के मूड में है। उसे लगता है कि नीतिश सरकार की खामियों का फायदा वो उठा सकती है। आरजेडी की हालत भी कुछ बहुत अच्छी नहीं है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डा. मदन मोहन झा का कहना है कि कांग्रेस चुनावी की विरोधी नहीं है। हमने तो मौजूदा हालात में जनता की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। संगठन स्तर पर हमारी पूरी तैयारी है। चुनाव आयोग द्वारा चुनाव की घोषणा होने तक सहयोगी दलों संग सीट बंटवारा भी हो जाएगा। कांग्रेस और महागठबंधन पूरे दमखम से चुनाव लड़ेगा।
गौरतलब है कि कांग्रेस सहित महागठबंधन में शामिल दल कोरोना और बाढ़ का हवाला देकर चुनाव टालने की मांग करते रहे हैं। मगर अंदर ही अंदर चुनावी तैयारियां भी चल रही हैं। जहां तक कांग्रेस का सवाल है तो फिलहाल सांगठनिक स्तर पर पार्टी चुनावी तैयारी में लगी है। सीट बंटवारे को लेकर कोई फैसला न होने के कारण पार्टी में अभी ऊहापोह की स्थिति है। मगर सभी वरिष्ठ नेताओं को जिलों में भेजकर मजबूत सीटों और प्रत्याशियों का आंकलन भी कराया जा रहा है।
हालांकि अभी चुनावी तिथियों का स्पष्ट ऐलान होना बाकी है। अभी कई पार्टियों में सीटों को लेकर ही तस्वीर साफ नहीं हुई है। पर अब चुनाव आय़ोग की घोषणा ने गहमागहमी बढ़ा दी।