प्रधानमंत्री मोदी द्वारा आतंकवाद को खत्म करने के लिए चलाए गए अभियान से आतंकी बुरी तरह तिलमिलाए हुए हैं। मंगलवार की शाम आतंकियों ने घाटी में उत्तरी-दक्षिण कश्मीर के सैन्य कैंपों को पिछले चार घंटों के अंदर सात बार निशाना बनाया, जिसकी जिम्मेदारी हिजबुल मुजाहिदीन के सरगना ने ली है। घाटी में हमले के बाद सुरक्षा जांच एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर सहित अन्य संवेदनशील जगहों पर हाई अलर्ट जारी कर कश्मीर पुलिस टीम और सुरक्षाबलों को सचेत कर दिया है। आपको बता दें कि कजाकिस्तान के अस्ताना में हुए शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन यानि SCO शिखर सम्मेलन में भारतीय पीएम ने आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए विश्व को एक जुट होने का संदेश दिया था।
पहला हमला शाम 6:00 बजे: दक्षिण कश्मीर के जिला पुलवामा के त्राल में आतंकियों ने लाडीयार गांव में सीआरपीएफ की 180वीं वाहिनी की एक कैंप को अपना आत्मघाती निशाना बनाया। जवान के संभलने से पहले ही आतंकियों ने अचानक कैंप पर ग्रेनेड दागने शुरू कर दिए इस दौरान गंभीर रुप से घायल नौ जवानों को उपचार के लिए श्रीनगर स्थित सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दूसरा हमला शाम 8:00 बजे: आतंकियों ने पडगामपोरा स्थित सीआरपीएफ की 130वीं वाहिनी की कैंप पर हमला किया। लेकिन लाडीयार गांव में हुए हमले के बाद चौक्कनें जवानों ने आतंकिया को मुंहतोड़ जवाब दिया। जिसमें किसी जवान के हताहत होने की खबर नहीं आई है।
तीसरा हमला शाम 8:30 बजे: पुलवामा के पुलिस स्टेशन को निशाना बनाए आतंकियों ने ग्रेनेड दागे लेकिन थाने के बाहरी दीवार से ग्रेनेड टकराकर वहीं फट गया। इस हमले में दो पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
चौथा हमला रात 9:00 बजे: दक्षिण कश्मीर के जिला अनंतनाग के सरनल स्थित उग्रवादियों ने सीआरपीएफ की कैंप पर हमला किया। इस हमले में किसी जवान को नुकसान नहीं पहुंचा।
पांचवा हमला रात 9:15 बजे: अनंतनाग के आंचीडूरा में आतंकियों के निशाने पर सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज मुजफ्फर हुसैन अत्तर थे। आतंकियों ने अचानक से देर रात उनके मकान पर धावा बोल दिया, जिसमें दो सुरक्षाकर्मी गंभीर रुप से घायल हो गए। खबर के मुताबिक पूर्व जज के मकान पर चार सुरक्षाकर्मियों को नियुक्त किया गया था लेकिन आतंकियों से लोहा लेने के दौरान वहां केवल दो ही सुरक्षाकर्मी मौजूद थे।
छठा हमला रात 9:30 बजे: उत्तरी कश्मीर के जिला सोपोर के पजलपोरा में सेना कैंप के 22 आरआर पर हथियार बंद आतंकियों ने हमला किया। जवाबी कार्यवाही में जब भारतीय जवानों ने फायरिंग शुरू की तो “अधेरे को अपना ढ़ाल बनाकर” आतंकी फरार हो गए।
सातवां हमला रात 10:00 बजे: पुलवामा के त्राल में आतंकियों ने एक बार फिर 22 आरआर के जवानों पर मशीनगनों से हमला किया। लेकिन इस बार जवान आतंकियों पर भारी पड़े।